28 जनवरी को आवेदक प्रीतम सिंह रजक ने एक लिखित आवेदन दिया था कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसके साथ धोखाधड़ी करते हुए खाते से 5 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए हैं। इसके बाद मामले के पर्दाफाश के लिए पुलिस की विशेष टीम बनाई गई। पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव द्वारा पदभार ग्रहण करने के बाद प्रकरण की समीक्षा की जाकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील शिवहरे के मार्गदर्शन में साइबर सेल से आरक्षक संजय ठाकुर, धारा सिंह, अभिषेक सूर्यवंशी, कुमुद पाठक, सुप्रिया गोहिया की विशेष टीम ने मामले की पड़ताल शुरू की। तकनीकी माध्यमों की सहायता से जांच में पता चला कि आरोपित मुन्न्ालाल चौधरी द्वारा आवेदक के खाते से यूनियन बैंक बोरीवली मुंबई के बैंक स्थित खाते में रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। विशेष टीम ने मुंबई के बैंक में संपर्क कर फरियादी की रकम वापस उसके खाते में जमा कराई। इस मामले के सुलझने के बाद नवागत पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव ने जिलेवासियों से आह्वान किया है कि वे ऑनलाइन रहते हुए ओटीपी आदि किसी के साथ शेयर न करें। न ही सोशल या इंटरनेट मीडिया पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करें। ऑनलाइन इनाम, लाटरी फंसने संबंधी फोन कॉल्स को नजरअंदाज करें। किसी को भी अपने एटीएम या खातों से संबंधित कोई जानकारी न दें।