नरसिंहपुर। कोविड 19 यानी कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए जिला दंडाधिकारी द्वारा नरसिंहपुर जिले में 14 दिन का लॉक डाउन घोषित किया गया है। इसके लिए 24 घंटे की मुनादी के साथ सोशल मीडिया, अखबारों, न्यूज चैनलों, वेब पोर्टल के जरिए सूचनाएं प्रसारित कर घर में रहने की अपीलें की जा रहीं हैं। बावजूद इसके कतिपय लोग प्रशासन के इस निवेदन को मजाक समझने की भूल कर रहे हैं। नतीजतन प्रशासन व पुलिस के अधिकारी अब सख्ती पर उतारू हो गए हैं। इसी क्रम में करेली तहसील में सोमवार को एक-दो नहीं बल्कि एक साथ 25 लोगों को एसडीएम संघमित्रा बौद्ध के निर्देश पर पुलिस ने हिरासत में लेकर अस्थाई जेल में भेज दिया। ये जिले की लॉक डाउन की अवधि में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। वहीं पूरे जिले की बात की जाए तो सोमवार को कुल 50 लोग लॉक डाउन का उल्लंघन करते पाए जाने पर गिरफ्तार किये गए। इन लोगों को अस्थाई जेल ले जाकर समझाइश दी गयी। देर शाम इन्हें रिहा कर दिया गया।
करेली में एक ही जगह से गिरफ्तारी
22 मार्च को जनता कफ्र्यू के पूर्व ही जिला दंडाधिकारी व कलेक्टर दीपक सक्सेना द्वारा जिले को 14 दिन यानी 4 अप्रैल तक लिए लॉक डाउन करने की मुनादी कराई जा रही थी। सोमवार को करेली शहर में दो दर्जन से अधिक लोग प्रशासनिक आदेश का मखौल उड़ाते हुए नजर आए। यह जानकारी अनुविभागीय दंडाधिकारी संघमित्रा बौद्ध को लगी। इसके बाद उन्होंने करेली थाना प्रभारी अनिल सिंघई को तत्काल इनके खिलाफ कार्रवाई का निर्देश जारी किया। करेली पुलिस ने करेली रेलवे स्टेशन के समीप एकत्र इन आवारा लोगों को दल-बल के साथ गिरफ्तार कर शहर में बनाए गए अस्थाई जेल परिसर सामुदायिक भवन में इन 25 लोगों को भेजा।
थाना प्रभारी ने पुन: की सहयोग की अपील
25 लोगों को एक साथ गिरफ्तार कर उन्हें अस्थाई जेल भेजने के बाद मीडिया से चर्चा के दौरान करेली थाना प्रभारी अनिल सिंघई ने लोगों से लॉक डाउन को मजाक न समझने की अपील की। उन्होंने आम आदमी से आव्हान किया कि, कोरोना वायरस से बचने के लिए सभी अपने-अपने घरों में रहें। ये खुद के लिए और समाज के लिए हितकारी है। श्री सिंघई ने कहा कि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकना आम आदमी की जिम्मेदारी है। इसलिए प्रशासन और पुलिस का सहयोग उनसे आपेक्षित है। यदि कतिपय लोग लाइन एंड आर्डर के खिलाफ जाकर लॉक डाउन को खंडित करने का प्रयास करेंगे तो उनके खिलाफ पुलिस सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी। वहीं एसडीएम संघमित्रा बौद्ध ने भी लोगों से अपने-अपने घरों में रहने का आह्वान किया। उनका कहना था कि लॉक डाउन के आदेश का मखौल उड़ाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिला मुख्यालय में चले डंडे
लॉक डाउन के आदेश के खिलाफ घर से बेवजह निकलने वाले लोगों पर जिला मुख्यालय में भी सख्त कार्रवाई की गई। शहर के कई हिस्सों में पुलिस ने बेवजह घूमने वालों पर जमकर डंडे बरसाए। उन्हें तत्काल घरों की ओर रवाना किया। लॉक डाउन के दौरान सोमवार को पुलिस का मिजाज जनता कफ्र्यू के मुकाबले सख्त नजर आया। रेलवे स्टेशन से लेकर खैरी नाका और विभिन्न कॉलोनियों में पुलिस की चौकन्नी चौकसी रही। इस दौरान सड़कों पर वीरानगी छायी रही। स्वास्थ्य सेवाओं के साथ कोरोना बचाव दल के लोग ही लोग नजर आए।
एसपी ने जारी की चेतावनी
लॉक डाउन के दौरान कतिपय व्यक्तियों द्वारा आदेशों की अवहेलना पर एसपी गुरूकरन सिंह ने सख्ती दिखाते हुए चेतावनी जारी की है। उन्होंने मीडिया के माध्यम से कहा कि- कुछ लोगों के कारण पूरे जिले को खतरे में नहीं डाला जा सकता है। यदि कतिपय लोग ये सोचते हैं कि घर से निकलने पर उन्हें सिर्फ डांट-डपट मिलेगी तो ये उनकी भूल है। पुलिस ऐसे लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजेगी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले में नरसिंहपुर, करेली, गाडरवारा और गोटेगांव में चार जगह अस्थाई जेल बनाई गई है। उन्होंने भी लोगों ने लॉक डाउन अवधि में अपने-अपने घरों के अंदर रहने का आह्वान किया है।
घर से निकलने के लिए यहां मिलेगी अनुमति
जिले में 4 अप्रैल तक प्रभावी लॉक डाउन की अवधि में वैसे तो घरों से निकलने की मनाही है, लेकिन आपात परिस्थितियों में यदि इसकी जरूरत पड़ती है, तो इसके लिए जिला मुख्यालय में तैनात अधिकारी से अनुमति लेनी होगी। जिला प्रशासन ने लॉक डाउन की स्थिति में घर से निकलने के लिए एक वाट्सएप नंबर जारी किया है। जिस पर आवेदन कर अनुमति प्राप्त की जा सकती है। ये वाट्सएप नंबर 9301248016 है। इस पर आवेदन करने वाले को अपनी समस्या, जरूरत के बारे में बताना होगा। अधिकारी के संतुष्ट होने पर अस्थाई पास जारी कर दिया जाएगा।
सिर्फ ये सेवाएं जारी रहेंगी
लॉक डाउन के दौरान जिले में अत्यावश्यक सेवा वाले विभाग राजस्व, स्वास्थ्य, पुलिस, विद्युत, दूरसंचार, नगरपालिका, पंचायत आदि इससे मुक्त रहेंगे। मेडिकल स्टोर और हॉस्पिटल को छोड़कर अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे।