केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने बीएसएफ के शहीद स्मारक पर अमर सीमा प्रहरियों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने सीमा सुरक्षा बल कर्मियों को ‘वीरता के लिए पुलिस पदक’ और ‘विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक’ प्रदान किए। नित्यानंद राय ने बीएसएफ की वार्षिक ई-पत्रिका “बॉर्डरमैन” का विमोचन भी किया।
अपने सम्बोधन में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल के बहादुर सीमा प्रहरी कठिन भौगोलिक स्थिति और विषम परिस्थितियों के बावजूद पूरी मुस्तैदी से देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं। बीएसएफ के जवानों द्वारा कर्तव्य की राह में दिए गए सर्वोच्च बलिदान और अदम्य शौर्य को नमन करते हुए नित्यानंद राय ने कहा कि उनकी वजह से देश का हर नागरिक निडर होकर देश के विकास कार्यों में योगदान दे रहा है।
सीमा सुरक्षा बल की आर्टिलरी विंग के स्वर्ण जयंती वर्ष में प्रवेश करने का जिक्र करते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि उन्हे विश्वास है कि आर्टिलरी विंग पूर्व की भांति अपने गौरवशाली इतिहास को आगे बढ़ाते हुए नई-नई ऊंचाइयां हासिल करेगी। परेड में शामिल महिला दल की प्रशंसा करते हुए श्री राय ने कहा कि देश की सुरक्षा में महिला शक्ति कि बढ़ती भागीदारी देखकर मन प्रसन्न है और बल की महिला प्रहरी प्रधानमंत्री के संकल्प को साकार कर रही हैं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि सीमा पार से आतंकी घुसपैठ और नशीले पदार्थों की तस्करी के माध्यम से देश को नुकसान पहुंचाने की साजिश को बीएसएफ के जवानों द्वारा बखूबी नाकाम करने के साथ ही उसका उचित जवाब भी दिया जाता है।
कोरोना काल में सीमा सुरक्षा बल द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि इस दौरान बीएसएफ कर्मी भी संक्रमित हुए लेकिन उन्होने हौसला नहीं खोया। श्री राय ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल की प्रत्येक चुनौती और उसका निदान सरकार की प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के कुशल नेतृत्व में केंद्र सरकार बल के जवान और उनके परिवारों का पूरा ख्याल रख रही है और पूरा राष्ट्र आपके साथ खड़ा है।
इस अवसर पर सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक राकेश अस्थाना ने देश की सीमाओं की सुरक्षा और अखंडता का आश्वासन देते हुए बीएसएफ की उपलब्धियों, नई पहल और भावी चुनौतियों से निपटने की तैयारियों की जानकारी दी।
बीएसएफ, दुनिया का सबसे बड़ा सीमा सुरक्षा बल है जो पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ 6386.36 किलोमीटर लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा करता है। अपनी स्थापना दिवस के अवसर पर सीमा सुरक्षा बल राष्ट्र और अपने आदर्श ‘जीवन पर्यंत कर्तव्य’ की प्रतिबद्धता को दोहराता है।