नरसिंहपुर: डॉ. तिगनाथ की मौत का जिम्मेदार चौथा आरोपी सूदखोर गिरफ्तार, जिला छोड़ने की फिराक में था 

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डॉ. सिद्धार्थ तिगनाथ के जीवित अवस्था का चित्र।

नरसिंहपुर। जिले के समाजसेवी और चिकित्सक रहे डॉ. सिद्धार्थ तिगनाथ की आत्महत्या के मामले में आरोपी सूदखोर धर्मेंद्र जाट भी गिरफ्तार हो चुका है। सोमवार को पुलिस ने उसे तब धरदबोचा जब वह जिला छोड़ने की फिराक में था। आरोपी को न्यायालय में पेशकर जेल भेजा गया है। इस तरह आत्महत्या के मामले में चार सूदखोर जेल भेजे जा चुके हैं, अब सिर्फ तीन सूदखोर ही गिरफ्त से बाहर हैं।

थाना कोतवाली के टीआई उमेश दुबे ने बताया कि डॉ. सिद्धार्थ तिगनाथ की आत्महत्या के मामले में सात सूदखोरों पर जान देने के लिए उकसाने और सूदखोरी अधिनियम के तहत अपराध कायम किया गया है। इसमें से सुनील जाट 57 वर्ष पिता गणेश जाट, अजय उर्फ पप्पू जाट उम्र 52 साल पिता गणेश जाट और भागचंद उर्फ भग्गी यादव 38 साल पिता सुखदेव को पुलिस ने 6 मई को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके अलावा चार आरोपित खैरी निवासी धर्मेंद्र जाट, गुलाब चौराहा के आसपास रहने वाले राहुल जैन, सौरभ रिछारिया और आशीष नेमा फरार हो गए थे। सोमवार को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपित धर्मेंद्र जाट भागने की फिराक में है तो कोतवाली पुलिस की विशेष टीम अलर्ट मोड में आ गई और उसे खैरी स्थित मकान में दबिश देकर आरोपित धर्मेंद्र जाट को गिरफ्तार कर न्यायालय के माध्यम से जेल भेज दिया।
पत्नी-बच्चों को अन्यत्र किया शिफ्ट, खुद भी निकलने की तैयारी में था
डॉ. सिद्धार्थ तिगनाथ की आत्महत्या के मामले में आरोपी धर्मेंद्र जाट को लेकर विवेचना अधिकारी जीतेंद्र गढ़ेवाल ने बताया कि वह पुलिस से बचने के लिए गुपचुप तरीके से अपने घर आ-जा रहा था। सबसे पहले उसने अपनी पत्नी-बच्चों को जिले के बाहर रिश्तेदारों के यहां पर भिजवाया। वह भी जिला छोड़ने की फिराक में था। सोमवार को अचानक खराब हुए मौसम, बारिश के बीच उसने जिला छोड़ने की मंशा पर अमल किया। वह पैसे आदि लेने घर में आया ही था कि मुखबिर ने पुलिस को सूचित कर दिया, जिसके चलते धर्मेंद्र जाट धरदबोचा गया। गौरतलब है कि खबरलाइव 24 ने सबसे पहले इस बात का खुलासा किया था कि आरोपी धर्मेंद्र दिन में खेत पर और रात को गुपचुप तरीके से अपने घर आता है।
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