कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार की नई एडवाइजरी

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कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क लगाने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग भी उतनी ही जरूरी है। केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन के दफ्तर की ओर से जारी गाइडलाइंस के मुताबिक किसी व्यक्ति की छींक और खांसी 10 मीटर की दूरी तक पहुंच सकती है। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर जारी की गई अडवाइजरी के मुताबिक किसी भी संक्रमित व्यक्ति की खांसी और छींक वायरस के फैलने का सबसे प्रमुख कारण है।कोरोना वायरस के बदले हुए स्ट्रैन के चलते रिसर्च में अब नए-नए खुलासे हो रहे हैं, जिसके चलते वैज्ञानिकों को इसके संबंध में नई जानकारियां मिल रही है। इसके के आधार पर केंद्र सरकार भी गाइडलाइन में लगातार बदलाव कर रही है। केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय ने कोरोना को लेकर वेंटिलेशन से जुड़ी गाइडलाइन जारी की हैं, जिनका पालन करके हम इस वायरस के संक्रमण को रोकने में काफी मदद कर सकते हैं।

-घर में पंखे को इस तरह से लगाने से बचें, जिसके कारण दूषित हवा सीधे किसी और तक पहुंच सके
-वहीं, घर में एग्जॉस्ट फैन लगाना जरूरी है। अगर खिड़कियां और दरवाजे बंद हैं तो एग्जॉस्ट फैन चालू रखें
-कमरे के खिड़की और दरवाजों को खुला रखें, ताकि हवा का प्रवाह बराबर बना रहे
-दरवाजे, हैंडल्स, लाईट के बटन, कुर्सी-टेबल और फर्श को ब्लीच और फिनाइल के जरिए साफ किया जाना चाहिए, जिससे वो असंक्रमित हो पाएं।

-काम करने वाली जगह का हवादार होना जरूरी है ताकि बाहर की हवा मिलती रहे।
-अंदर की दूषित हवा को बाहर निकालने के लिए एग्जॉस्ट फैन होना जरूरी।
-इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि खिड़कियां और दरवाजे बंद रखते हुए एसी चलाने से संक्रमित हवा कमरे के अंदर ही रह जाती है, जिसकी वजह से दूसरों के संक्रमित होने का खतरा बढ़ता है।

-सार्वजनिक परिवहन वाहनों में हवा का प्रवाह सुनिश्चित करें
-जहां संभव हो बसों और ट्रेनों में खिड़कियां खुली रखें
-वातानुकूलित यानी एयर कंडीशनर बसों और ट्रेनों में हवा के प्रवाह में सुधार करने के लिए निकास प्रणाली शुरू करें।

 

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