जगदाचार्य श्री नरसिंह पीठाधीश्वर के बैकुंठ गमन पर जताया शोक, हीरापुर वाले श्री स्वामीजी ने भेजा पत्र
करेली। ओंकार सिद्धिविनायक आश्रम बिल्लोरा खुर्द, ओमकारेश्वर क्षेत्र में साधनारत, तपोनिष्ठ संत प्रवर, श्री सद्गुरु स्वामी जी महाराज हीरापुर वालों ने पूज्य श्री नरसिंह दास जी महाराज नरसिंह पीठाधीश्वर गीता धाम जबलपुर को पत्र प्रेषित कर पत्र में उदधृत किया है कि जगदाचार्य श्री नरसिंह पीठाधीश्वर श्री स्वामी श्याम देवाचार्य जी महाराज के वैकुंठ गमन के समाचार को सुनकर में अत्याधिक दुखित हुआ हूं। हम दोनों के बीच में अति विशेष आध्यात्मिक स्नेह रहा है। वसुदेव कुटुंबकम परिवार में उनसे मुझे ज्येष्ठ भ्राता जैसा प्रेम मिला है। वर्षों पूर्व जब हीरापुर स्थान से ज्यादा लोग परिचित नहीं थे तब ही उन्होंने कृपा पूर्वक हीरापुर स्थान को अपनाया था। वो गुरु तत्व जो “अखंड मंडलाकारं व्यापतं येन चराचरम” है, वह आपके साथ हमेशा कृपा बनाए रखें एवं श्री सदगुरुदेव द्वारा आपको जो दायित्व सौंपा है, उसका भी आप कुशलता पूर्वक निर्वहन करें, इसके लिए मां जगदंबा श्री राजराजेश्वरी से मेरी प्रार्थना है। विगत 15 महीने से अनुष्ठान के कारण ओमकारेश्वर आश्रम परिसर से बाहर नहीं गया हूं। इस कारण स्वयं शरीर से नहीं पहुंच सका परंतु मन से हमेशा आपके साथ हूं। पूज्य श्री स्वामी जी महाराज के आदेश से शनिवार 22 मई को उनका पत्र लेकर श्री नरसिंह पीठ जबलपुर पहुंचे, श्री राजराजेश्वरी भक्त परिवार के वरिष्ठ सदस्य डॉ अजय तिवारी जबलपुर, प्रभात चौबे एवं पत्रकार आशीष अग्रवाल ने श्री नरसिंह दास जी महाराज को पत्र भेंट किया। साथ ही पूज्य श्री नरसिंह दास जी महाराज के नरसिंह पीठ पर अभिषेक होने के उपलक्ष्य में श्री स्वामी जी हीरापुर वालों की ओर से उनका श्रीफल, पुष्पमाला एवं केसरिया शाल से अभिनंदन किया। इस अवसर पर चर्चा प्रसंग में भावविहल श्री नरसिंह दास जी महाराज ने कहा कि हमारे दो गुरु थे, अब श्री हीरापुर वाले गुरुजी ही सहारा हैं। कहा शीघ्र उनके दर्शन के लिए जाऊंगा।