तेंदूखेड़ा: अहमदाबाद से गिरफ्तार मासूम से दुष्कर्म-हत्या का आरोपी नितिन पटेल, मददगारों पर चुप्पी
धर्मेश शर्मा
नरसिंहपुर। तेंदूखेड़ा थाना क्षेत्र में करीब 8 वर्षीय बालिका का अपहरण कर दुराचार के बाद उसकी हत्या करने वाले आरोपी नितिन पटेल को पुलिस ने अहमदाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पर आईजी ने 30 हजार का इनाम घोषित किया था। गुरुवार को पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव ने मामले में जानकारी साझा की। हालांकि नितिन को फरार होने में किसने मदद की, वह ट्रेनों में सख्ती के बाद भी कैसे अहमदाबाद पहुंच गया। उसे किसने पैसे मुहैया कराए आदि सवालों के जवाब अभी भी अनुत्तरित हैं। पुलिस इस पर चुप्पी साधे है। विदित हो कि 5-6 जून को खोजबीन के दौरान आरोपी की मोबाइल लोकेशन तेजी से बदल रही थी। इससे साफ समझ आ रहा था कि किसी वाहन में सवार है। मामले में अधिकारी भी कह रहे थे कि वह किसी के साथ हो सकता है। अब जबकि आरोपी नितिन गिरफ्तार हो चुका है तो लोग भी जानना चाह रहे हैं कि मददगारों के नाम भी उजागर कब होंगे।
यह था घटनाक्रम- बीते 5 थाना तेन्दूखेडा में प्रार्थी द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि उसकी 8 वर्षीय पुत्री घर से लापता है जिसके संबंध में आसपास के स्थानों पर एवं जान पहचान के लोगों से पूछने पर कोई जानकारी प्राप्त नही हुई है। प्रार्थी द्वारा आशंका व्यक्त की गई कि संभवतः उसकी पुत्री को कोई अज्ञात व्यक्ति उसको बहला फुसलाकर ले गया है। सूचना पर तत्काल कार्यवाही करते हुए थाना तेन्दूखेडा में अपराध क्रमांक 218/2021 धारा 363 भादवि कायम किया गया। प्रकरण नाबालिग बच्ची से जुडा होने से बच्ची की तलाश आसपास के क्षेत्रों में तलाश की जाकर क्षेत्रीय लोगों से पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान जानकारी प्राप्त हुई कि संदेही नितिन पटेल के उक्त घटना में संलिप्त होने का संदेह हुआ। संदेही नितिन की तलाश करने पर उसके संबंध में जानकारी प्राप्त नही हो रही थी एवं वह अपनी उपस्थिति को भी छुपा रहा था। जिसे पुलिस एवं उसके परिजनों द्वारा बुलाने पर भी वी उपस्थित नही हो रहा था एवं इसी दौरान संदेही नितिन अपना मोबाईल बंद कर फरार हो गया।
भूसे के ढेर में दबी मिली लाश- अपृहत नाबालिग बच्ची की तलाश पतासाजी के लिए गठित पुलिस टीम द्वारा केदार सिंह पटैल के बंद पडे मकान की 6 जून को तलाशी ली गई तो भूसे के डेर में अपृहत बालिका का शव वरामद हुआ।
6 टीमों ने की 350 से ज्यादा लोगों से पूछताछ- प्रकरण में अपृहत बालिका का शव मिलने की सूचना पर आरोपी की पतासाजी एवं गिरफ्तारी के लिए एएसपी सुनील कुमार शिवहरे, एसडीओपी तेन्दूखेडा मेहंती मरावी के मार्गदर्शन में 6 पुलिस टीमों का गठन किया गया। संदेही नितिन के फरार हो जाने से उसकी तलाश के लिए पुलिस टीमों को पृथक-पृथक स्थानों पर रवाना किया गया एवं रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड एवं आसपास के क्षेत्रों पर सधन चैकिंग कराई गई। पतासाजी के लिए तकनीकी माध्यमों का भी उपयोग किया गया तथा संदेही नितिन के संपर्क में आए लगभग 350 लोगो से पूछताछ की गई। साथ ही आसपास के क्षेत्रों एवं रेल्वे स्टेशनों पर लगे सीसीटीव्ही कैमरों की भी जांच कराई गई जिसके परिणाम स्वरूप इटारसी रेलवे स्टेशन में लगे सीसीटीव्ही कैमरे मे संदेही नितिन ट्रेन में बैठकर जाता हुआ दिखाई दिया। संदेही नितिन के ट्रेन में बैठकर भागने के फुटेज सामने आने पर पुलिस अधीक्षक द्वारा गठित की गई टीमों को संदेही की तलाश के लिए भुसावल, बडोदा, सूरत एवं अहमदाबाद की ओर रवाना कर संदेही को गिरफ्त में लेने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन जबलपुर भगवत सिंह चैाहान द्वारा आरोपी की पतासाजी एवं गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले एवं गिफ्तार करने वाले को 30 हजार रूपये के नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई थी।
अहमदाबाद पुलिस की ली मदद- संदेही नितिन की पतासाजी एवं गिरफ्तार के लिए तकनीकी माध्यमों का उपयोग किया गया। मुखबिर तंत्र को भी सक्रीय कर आवश्यक जानकारियों को एकत्रित की गई। जिसके परिणाम स्वरूप जानकारी प्राप्त हुई कि संदेही नितिन वर्तमान में अहमदाबाद (गुजरात) में है। सूचना प्राप्त होते ही पुलिस टीम को तत्काल अहमदाबाद रवाना किया गया एवं अहमदाबाद पुलिस की मदद से संदेही नितिन को गिरफ्त में लेने में सफलता प्राप्त मिली। संदेही नितिन की गिरफ्तारी उपरान्त उसे थाना तेन्दूखेडा लाकर पूछताछ की तो उसने घटना को घटित करना स्वीकार कर ली।
बॉल देने के बहाने बुलाया- आरोपी द्वारा बालिका को बॉल देने के बहाने से बुलाया गया था। उसके बाद कमरा बंद करके दुराचार करना तथा साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से बच्ची की हत्या कर शव को छुपाया गया था। आरोपित नितिन को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाकर अन्य आवश्यक साक्ष्य एकत्रित किए जा रहे है।
पतासाजी एवं गिरफ्तारी में इनकी रही सराहनीय भूमिका: आरोपी नितिन की पतासाजी एवं गिरफ्तार करने में गुजरात पुलिस की भी सराहनीय भूमिका रही। जिसमें डीसीपी करन वघेला, भापुसे, थाना वटवा, गुजरात से इंसपेक्टर एचव्ही सिसारा, सब इंसपेक्टर व्ही एम सतिया, सहा उप निरीक्षक विजय राज सिंह, सहा उप निरीक्षक मनोज कुमार, सहा उप निरीक्षक महेन्द्र सिंह, पीसी हितेशभाई नागजीभाई, पीसी प्रतिपाल सिंह, पीसी जगदीश सिंह, पीसी मनीष कुमार, पीसी रविकुमार के साथ-साथ नरसिंहपुर पुलिस की गठित की गई टीम में एसडीओपी तेन्दूखेडा श्रीमति मरावी, उप पुलिस अधीक्षक महिला अपराध राजेश्वरी कौरव, थाना प्रभारी करेली निरीक्षक अनिल सिंघई, थाना प्रभारी तेन्दूखेडा श्रंगेश राजपूत, थाना प्रभारी सुआतला निरीक्षक ज्योति दिखित, थाना प्रभारी पलोहा निरीक्षक सरोज ठाकुर, थाना प्रभारी गाडरवारा निरीक्षक राजपल वघेल, उनि अक्रजय धुर्वे, उनि रूचिका सूर्यवंशी, उनि विजय सेन, प्रधान आरक्षक संजय शाह, आरक्षक बहादुर कुशवाह, आरक्षक सुदीप घाकड, आरक्षक आकाश दीक्षित, आरक्षक साईबर सेल धारा सिंह, महिला आरक्षक साईबर सेल कुमुद पाठक, आरक्षक साईबर सेल अभिषेक सूर्यवंशी की सराहनीय भूमिका रही है।