नरसिंहपुर: चारा-भूसा जुटाने में रहे नाकाम तो भगवान भरोसे सड़क पर छोड़ दीं गोशाला की गायें

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नरसिंहपुर। ग्राम बिलहरा की गोशाला से बाहर निकलते हुए गोवंश।

नरसिंहपुर। गोवंश के संरक्षण के लिए प्रदेश सरकार ने ग्राम पंचायत स्तर पर जोरशोर से लाखों-करोड़ों की गोशालाएं तो खुलवा दी लेकिन उनकी जरूरतों पर से मुंह फेर लिया। इसका नतीजा ये हो रहा है कि जहां-जहां गोशालाएं हैं वहां गोवंश के लिए चारा-भूसा, पानी की व्यवस्था जुटाना हाथी पालने जैसा साबित हो रहा है। इसका उदाहरण बिलहरा ग्राम पंचायत में देखने को मिल रहा है। यहां मवेशियों के लिए खानपान की व्यवस्था करने में नाकाम रहे गोशाला के कर्मियों ने रविवार को गायों को सड़क पर भगवान भरोसे छोड़ दिया। गायों को खुले मंे छोड़ने के पीछे उनकी मंशा ये है कि गोशाला में भूखा रहने से अच्छा होगा कि वे सड़क पर अपना दाना-पानी तलाश लें। विदित हो कि बीते शनिवार को ही गोशाला के कर्मचारियों ने तेंदूखेड़ा एसडीएम को एक ज्ञापन देकर व्यवस्थाओं की कमी पर ध्यान आर्कषित कराया था। गोवंश छोड़े जाने की खबर लगने के बाद जनपद सीइओ, एसडीओ भी निरीक्षण करने पहुंच गए।
जनपद पंचायत चांवरपाठा के तहत आने वाले ग्राम बिलहरा की गोशाला के हालात यह है कि यहां रखे गए गोवंश के लिए भूसा-दाना, पानी की व्यवस्था भी नहीं है। गोशाला को बने कई महिनों बीतने के बाद भ्ाी यहां पेयजल व्यवस्था के लिए बिजली कनेक्शन नहीं हो सका है। गोशाला का एक शेड भी आंधी के कारण उखड़ चुका है। गोशाला का संचालन करने वाले महालक्ष्मी स्व सहायता समूह के सतीश श्रीवास्तव का कहना रहा कि करीब 7 माह से यहां व्यवस्थाओं की कमी है। किसानों से भूसा उधार लेकर गोवंश की भूख मिटाई जा रही थी, आसपास के किसानों से पानी लेते थे। गोशाला में करीब 120 गोवंश को रखा गया था लेकिन अब बिना शासन की मदद के गोशाला संचालन करना मुश्किल हो रहा है जिसके कारण ही यहां से गोवंश को आजाद कर दिया गया है ताकि वह जंगल में घ्ाूमकर अपनी भूख-प्यास तो मिटा सकते हैं।
भगवान भरोसे गोशाला: ग्राम बिलहरा के मलखान कहते है कि गोशाला के निर्माण से लेकर अब तक उन्होंने गोवंश के लिए पानी दिया। यहां ट्रांसफार्मर के लिए भी पैसा जमा हो गया है, बोरवेल भी हो गया है जिसमें 2 से 3 नली की डाली गई है और उसे अधिकारियों ने पास कर दिया है। इस बोर से एक लीटर पानी भ्ाी अभी तक नहीं निकला है। गोशाला भगवान भरोसे चल रही है। ग्रामीण के अनुसार व्यवस्थाओं की कमी के कारण भ्ाी यहां कुछ गोवंश की मौत हो चुकी है।
14 लाख से बनी सड़क की हालत खराब: बिलहरा में 14 लाख से अधिक राशि से गोशाला तक जाने बनाई गई एप्रोच सड़क की हालत भ्ाी खराब हो गई है। बजरा सड़क पर बरसात के दौरान कई स्थानों पर जानलेवा गड्ढे बन गए है। मिट्टी का कटाव हो रहा है। लेकिन मार्ग सुधारने और कार्य की जांच करने भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

इनका ये है कहना
अभी मुझे जानकारी नहीं मिली है कि गोशाला से गोवंश को छोड़ दिया गया है। मुझे शनिवार को गोशाला संचालन में आ रही कठिनाईयों को लेकर एक ज्ञापन जरुर दिया गया था। जिसमें हमनें संबंधित विभाग से सामंजस्य कराकर व्यवस्था को दुरुस्त करने का आश्वासन दिया था।
राजेश शाह, एसडीएम तेंदूखेड़ा

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