नरसिंहपुर: मोस्ट वांटेड सूदखोर आशीष नेमा गिरफ्तार, डॉ सिद्धार्थ के पैसों से खरीदी लाखों की कारें भी जब्त

0
नरसिंहपुर। डॉ. सिद्धार्थ (दाएं) के जीवित रहने के दौरान सेल्फी लेते आरोपी आशीष नेमा (बीच में) व सौरभ रिछारिया (बाएं)।

नरसिंहपुर। सूदखोरी के चलते आत्महत्या करने को मजबूर हुए डॉक्टर सिद्धार्थ तिगनाथ के मामले में मोस्ट वांटेड आरोपी आशीष नेमा आखिरकार कोतवाली पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। उसे पुलिस की विशेष टीम ने 19 जून को दमोह के मारुताल से गिरफ्तार किया था। न्यायालय से रिमांड लेने के बाद पूछताछ में सूदखोर आशीष नेमा ने कई राज उगले हैं। पुलिस ने उसके पास से डॉ सिद्धार्थ के पैसों से खरीदी गई करीब 23 लाख रुपए मूल्य की दो कार भी जब्त की है।
डॉ सिद्धार्थ तिगनाथ की आत्महत्या के मामले की जांच कर रहे कोतवाली थाने में पदस्थ एसआई जितेंद्र गढेवाल ने बताया कि डॉ सिद्धार्थ तिगनाथ की आत्महत्या के मामले में 7 सूदखोरों को आरोपी बनाया गया है। इनके ऊपर धारा 306, 34 और सूदखोरी एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध है। 7 में से अब तक आशीष नेमा को मिलाकर 6 आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं। श्री गढेवाल के अनुसार मोस्ट वांटेड आशीष नेमा दमोह के मारुताल में अगरबत्ती और बिस्किट बेचने का धंधा कर रहा था। यहां उसने अपनी पहचान छिपा रखी थी। पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व और एएसपी सुनील शिवहरे के मार्गदर्शन में कोतवाली पुलिस की विशेष टीम ने पुख्ता सूचना मिलने पर बीती 19 जून को दमोह में दबिश दी। जिसमें आशीष नेमा गिरफ्तार किया गया। उसी दिन उसे नरसिंहपुर लाकर न्यायालय के जरिये रिमांड पर लिया गया। पूछताछ में आशीष नेमा ने बताया कि वह सूदखोरों और सिद्धार्थ के बीच लेनदेन में मध्यस्थ था। वह खुद भी इस लेनदेन में 20 फीसद तक दलाली खाता था। अपनी इस काली कमाई को छिपाने के लिए आशीष नेमा ने दमोह में दुकान समेत वाहनों में निवेश कर रखा था। आशीष नेमा ने डॉ सिद्धार्थ से की गई वसूली की रकम से 1 किया सेलटोस और 1 हुन्द्रई कंपनी की ईऑन कार खरीद ली थी। इनमें से एक कार उसके पास दमोह से जब्त की गई, वहीं दूसरी कार जबलपुर के उसके दोस्त से बरामद हुई है। आशीष नेमा को सोमवार दोपहर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया। इस तरह प्रकरण में अब सिर्फ 1 मोस्टवांटेड की गिरफ्तारी होना शेष है। इसका नाम सौरभ रिछारिया है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही ये गिरफ्त में होगा।
अब तक ये जा चुके जेल- डॉ सिद्धार्थ मामले में अब तक धर्मेंद्र जाट, सुनील जाट, अजय जाट, भग्गी यादव, राहुल जैन और आशीष नेमा गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं।
गिरफ्तारी में इनकी भूमिका: डॉ सिद्धार्थ आत्महत्या के मामले में मोस्ट वांटेड आशीष नेमा की गिरफ्तारी में एसआई जितेंद्र गढेवाल, आरक्षक आशीष मिश्रा, प्रशांत, संजय आदि की प्रमुख भूमिका रही।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

error: Content is protected !!
Open chat