गणेश महोत्सव की आज से शुरुआत, श्री गणेश देवस्थानम् नरसिंहपुर में 11 दिन चलेगा अनुष्ठान
गणेश महोत्सव की शुरुआत आज से हो गई है। आज गणेश चतुर्थी है। आज के दिन से अनंत चतुर्दशी तक गणपित महाराज की विधि- विधान से पूजा- अर्चना की जाती है। देशभर में इस पर्व को बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है।आज गणेश चतुर्थी है। यह सनातन धर्म का महत्वपूर्ण पर्व है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, प्रति वर्ष भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को यह पर्व मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि आज ही के दिन गणेश जी का जन्म हुआ था। इस दिन गणपति महाराज की विधि विधान से पूजा की जाती है। उन्हें श्रद्धा भाव से घर पर विराजमान किया जाता है।
श्री गणेश देवस्थानम् नरसिंहपुर में 11 दिन चलेगा अनुष्ठान
श्री गणेश देवस्थानम् में गणेश जन्मोत्सव चतुर्थी से ग्यारह दिवसीय विशेष अनुष्ठान प्रतिवर्ष की तरह होगा। कार्यक्रम के व्यवस्थापक पं शैलेष पुरोहित ने बताया कि सनातन वैदिक रीति से प्रतिदिन भगवान विनायक सरकार का अथर्वशीष, शिवताण्डव, रूद्राष्टक, गणेशाष्टक द्वारा पावन अभिषेक, गणेश गौरी, वरूण कलश, दीप कलश, अखण्ड ज्योति, नवग्रह, पृथ्वी पूजन, हवन आरती, महामंत्र पुष्पांजली व प्रसाद वितरण होगा। इस अवसर पर आचार्य कृष्णकांत उदेनिया व पं.भरत खेमरिया यजमानों से विशेष अभिषेक प्रतिदिन कराएगें।
ले सकते है हिस्सा
उल्लेखनीय है कि महर्षि वेद व्यास के सांसरिक सार सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे सन्तु निरामया व भक्तजनों के कल्याण को लेकर उक्त पूजन पाठ पिछले तीन दशक से सिद्वपीठ के संस्थापक स्वर्गीय पं कृष्णकुमार पुरोहित द्वारा प्रारंभ किया गया था। आयोजन समिति ने जानकारी दी कि अनंत चर्तुदशी को प्रथम पूज्य के 1020 नामों की आहूति यज्ञ किया जाएगा। जिसमें कोई भी धर्मानुरागी धोती कुर्ता पहनकर हिस्सा ले सकता है।
होती है मनोकामना पूरी
ग्यारह दिवसीय इस पावन अवसर पर अर्थवशीष व गणेश चालीसा पाठ करने से प्रथम पूज्य की विशेष कृपा पात्र मिलती है वहीं संकट नाशन श्रोत के जाप से संकटों से मुक्ति मिलती है। चतुर्थी के दिन चंद्रदर्शन निषिद्ध होता है। आज के दिन घरों, प्रतिष्ठानों में स्वात्कि बनाना विशेष फलदायी माना जाता है क्योकि यह पर्व रिद्धि-सिद्धि और क्षेम-लाभ बढ़ाने वाले दिन होते हैं। गौरी सुत के जन्मोत्सव पर उनका विशिष्ट श्रंगार किया जाएगा। इसमें प्रतिदिन नए वस्त्र के अलावा चॉदी के मुकुट, कुंडल व छत्र, सोने का तिलक आदि लगाया जाए।
पूरे दिन खुला रहेगा मंदिर
आयोजन समिति के इंजी. सी.पी. मिश्रा, एमएस ठाकुर, संजय जैन पत्रकार, पप्पू पटेल, अन्नीलाल प्रजापति, राहुल मेहरा, रोहित नायडू, ,ओम माली, मोहित सराठे, विशाल मेहरा, डल्लू पटैल,सुरेश व नीरज पटैल सहित सिद्वी विनायक आरती मंडल के सदस्यों ने भक्तों से उपस्थिति की अपील की है। बताया गया है कि उपरोक्त ग्यारह दिवस सुबह 6 से रात 10 बजे तक मंदिर खुला रहेगा।