मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज प्रदेश के भिन्न-भिन्न शहरों के पुलिसकर्मियों से टेलीफोन पर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने पुलिसकर्मियों के हाल-चाल जाने और उनके शहरों में कोरोना के विरुद्ध चल रहे युद्ध के बारे में जानकारी ली।
इस बातचीत में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना के खिलाफ इस जंग में हमारे पुलिसकर्मी असली योद्धा के रूप में सामने आए हैं। वे खुद के प्राणों को संकट में डालकर दूसरों को बचा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के विरुद्ध युद्ध में पुलिसकर्मी रियल हीरो हैं। उन्होंने पुलिसकर्मियों के साथ बातचीत के दौरान उनसे कहा कि वे अपने काम के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान आवश्यक रूप से रखें। साथ ही मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों से आग्रह किया कि वे अपना और अपने परिवार का भी यथेष्ट ध्यान रखें। श्री चौहान ने इस बात पर जोर दिया कि पुलिसकर्मी उन्हें मुहैया कराई गई दवाईयों का जरूरी तौर पर उपयोग करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे जांबाज पुलिसकर्मियों द्वारा कोरोना के विरुद्ध युद्ध में जो साहस और प्रतिबद्धता प्रदर्शित की जा रही है, उसके लिए वे अभिनंदन के पात्र हैं। हर परिस्थिति में राज्य सरकार और राज्य की साढ़े सात करोड़ जनता पुलिसकर्मियों के साथ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी अनहोनी की दशा में पुलिसकर्मियों को 50 लाख रुपये का सुरक्षा कवच उपलब्ध कराने का फैसला भी लिया जा रहा है।
पुलिस अधिकारियों के साथ टेलिफोनिक चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने ऐशबाग के नगर निरीक्षक अजय नायर, लेडी कांस्टेबिल श्रीमती अंजू परिहार, खजराना के सीएसपी एस.के.एस तोमर, भँवरकुंआ की एसआई श्रीमती नेहा जैन, सूबेदार पुलिस लाइन मनीष शुक्ला, देवास गेट ए.एस.आई. दाउद खान तथा आर.आई. ऑफिस की लेडी कांस्टेबिल श्रीमती निष्ठा पाण्डेय से बातचीत की।