जेल जाने की राह पर नरसिंहपुर के 12 पशु चिकित्सक, लॉक डाउन के दिन से हैं फरार

प्रदेश में अनिवार्य सेवा कानून प्रभावी होने के बाद दर्ज जो सकती है एफआईआर

0

रसिंहपुर। जिले में पशु चिकित्सा विभाग के 12 चिकित्सक भी जेल जाने की राह पर हैं। वजह इनका लॉक डाउन लगने की तारीख से इनका महकमे से फरार होना है। ये भी अपना मोबाइल बंद किए हुए हैं। चूंकि अब प्रदेश में प्रदेश में अनिवार्य सेवा कानून यानी एस्मा लागू हो चुका है। ऐसे में जिला अस्पताल के डॉक्टर्स की तरह ही इन पर भी थाने में एफआईआर की तलवार लटक रही है। हालांकि हाल फिलहाल कलेक्टर दीपक सक्सेना ने इन स्वेच्छाचारी पशु चिकित्सों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए जबलपुर संभागायुक्त को पत्र लिखा है। इसमें बताया गया है कि जिले में पशु चिकित्सा सेवाएं विभाग के 12 चिकित्सक बिना किसी सूचना के नदारद हैं।

ये पशु चिकित्सक हैं फरार
पशु चिकित्सा विभाग के 12 चिकित्सक बार-बार सूचना भेजे जाने के बावजूद ड्यूटी पर हाजिर नहीं हो रहे हैं। इन चिकित्सकों में डॉ. नितिन कुमार किरार, डॉ. नितेश कुमार जैन, डॉ. एसके ब्रजपुरिया, डॉ. राजीव जैन, डॉ. आरएल चैकसे, डॉ. आरके बमनेले, डॉ. दीपकलाल कुम्हार, डॉ. पीके दुबे, डॉ. प्रतीक्षा ठाकुर, डॉ. अभिषेक कुमार मेहरा, डॉ. एसएल ठाकुर, डॉ. एसके मर्सकोले हैं।
Leave A Reply

Your email address will not be published.

error: Content is protected !!
Open chat