नरसिंहपुर: यूक्रेन-रूस जंग में करेली के युवा ने दिखाया साहस, रोमानिया के रास्ते अपने घर आ रहा वापस
नरसिंहपुर। रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के बीच जहां भारतीय छात्र भयभीत हैं और भारत सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। वहीं नरसिंहपुर जिले की करेली तहसील के एक छात्र ने साहस का परिचय देते हुए अपनी घर वापसी सुनिश्चित की है। इस छात्र का नाम डॉ प्रियांशु गौतम है। करेली तहसील के आमगांवबड़ा निवासी और यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे डा. प्रियांशु गौतम की वापसी की खबर पुलिस मुख्यालय भोपाल ने मंगलवार देर शाम उनके चिकित्सक पिता डा. महेश कुमार गौतम व माता सुजाता गौतम को दी। इसके बाद पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। माता-पिता तत्काल मंदिर में जाकर पुत्र की सकुशल वापसी के लिए विशेष पूजा-अर्चना करने में जुट गए।
जानकारी के अनुसार करेली तहसील के आमगांव बड़ा गांव निवासी डा. महेश कुमार-सुजाता गौतम के पुत्र डा. प्रियांशु गौतम यूक्रेन में पिछले चार साल से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। रूस व यूक्रेन के बीच जारी जंग के कारण वे अपने देश-घर लौटने के लिए आतुर थे। युद्ध के पांचवे दिन वे खुद के साहस के बूते किसी तरह रोमानिया पहुंच गए और भारतीय दूतावास को अपने बारे में सूचित किया। इसके बाद दूतावास के अधिकारियों ने प्रियांशु गौतम को होटलिंग से लेकर हर तरह की सुविधा मुहैया कराई और दोपहर करीब 1 बजे दिल्ली के लिए फ्लाइट में बैठाया। फ्लाइट का कोई किराया भी नहीं लिया गया। ये जानकारी दूतावास के जरिए मंगलवार दोपहर पुलिस मुख्यालय भोपाल पहुंची।यहां से जिला पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव को संदेश प्रसारित किया गया। जिसके बाद करेली थाना प्रभारी अखिलेश मिश्रा ने आमगांव बड़ा गांव पहुंचकर प्रियांशु के माता-पिता को सूचित किया कि उनका बेटा सुरक्षित है। उसे दोपहर 1 बजे की फ्लाइट मिल गई है, रात 10 बजे उसका हवाई जहाज दिल्ली अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लैंड कर लेगा। जहां से उसके आमगांव बड़ा गांव तक भेजने की प्रक्रिया की जाएगी।ये खबर सुनते ही माता-पिता के चेहरे पर रौनक लौट आई। महाशिवरात्रि पर मिले इस शुभ संदेश के बाद सभी स्वजन समीप स्थित मंदिर में जाकर अभिषेक, पूजन-अर्चन में जुट गए। खबर लाइव 24 से चर्चा करते हुए डा. प्रियांशु की मां सुजाता गौतम ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर पूरा विश्वास है। वह निडर है, आत्मविश्वासी भी है, तभी तो युद्ध जैसे हालात से न घबराते हुए वह रोमानिया पहुंच गया। उन्होंने भारत सरकार के प्रति आभार जताया है।