नरसिंहपुर का चौकसे अस्पताल सील, नहीं था पंजीयन-लाइसेंस, अप्रशिक्षित नर्सें दे रहीं थीं सेवाएं
नरसिंहपुर। शहर के शुभ नगर में संचालित चौकसे अस्पताल को जिला स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम ने सील कर दिया है। ये अस्पताल बिना पंजीयन के संचालित हो रहा था। अस्पताल में जीवनरक्षक उपकरणों को संचालित करने का लाइसेंस भी नहीं था। और तो और यहां भर्ती मरीजों के लिए जो नर्सें तैनात थीं, वे अप्रशिक्षित थीं। अधिकांश किसी कॉलेज में प्रथम वर्ष की छात्राएं निकलीं। जांच दल ने यहां मरीजों के इलाज पर रोक लगा दी है। जो मरीज पहले से भर्ती थे, उन्हें जिला अस्पताल शिफ्ट कराया गया।
सोमवार को सीएमएचओ डॉ. एके जैन ने अस्पताल की जांच के लिए चार सदस्यीय विशेष टीम का गठन किया। इसमें जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. विनय ठाकुर, जिला क्षय अधिकारी डॉ. रामकिशोर पटेल के अलावा दिनेश पटेल व घनश्याम जाटव शामिल थे। टीम ने दोपहर करीब 2 बजे अचानक अस्पताल में छापामारी की तो वहां मौजूद स्टाफ में हड़कंप मच गया। जांच दल ने संचालक डॉ. अमित चौकसे से अस्पताल संचालन की अनुमति मांगी, जो उनके पास नहीं मिली। उसके एवज में वे सिर्फ आवेदन ही दे सके। बताया जा रहा है कि ये अस्पताल बीती 1 अगस्त से संचालित हो रहा था। अस्पताल में फायर एनओसी के साथ फायर व इलेकि्ट्रक आडिट लेना अनिवार्य होता है। जांच दल ने जब इस सबके बारे में संचालक से दस्तावेज मांगे तो वे इसे भी पेश नहीं कर सके। अस्पताल में अग्नि सुरक्षा से संबंधित कोई भी उपकरण नहीं मिले। आपातकालीनद्वार भी यहां नहीं मिला। हैरत की बात ये रही कि अस्पताल के जनरल व प्राइवेट वार्ड में पहुंचे जांच दल ने जब वहां तैनात नर्सो से उनकी योग्यता पूछी तो उनका कहना था कि वे बीएससी नर्सिग पाठयक्रम में प्रथम वर्ष की छात्रा हैं। ये सुनकर जांच दल के पैरों तले जमीन खिसक गई।
इनका कहना है
चौकसे अस्पताल में मरीजों की सुरक्षा में चूक के साथ उपकरण संचालन संबंधी अन्य जरूरी लाइसेंस भी नहीं मिले हैं। इमारत भी गाइडलाइन के अनुसार नहीं है। हमने अस्पताल को सील कर दिया है। इसका प्रतिवेदन सीएमएचओ को सौंपा जा रहा है।
डॉ. विनय ठाकुर, जांच दल प्रमुख, स्वास्थ्य विभागहमने सीएमएचओ को अस्पताल संचालन के लिए पंजीयन संबंधी आवेदन दे दिया है। अन्य जरूरी उपकरणों की सूची भी हमने दे दी है। मैं एक एमडी डॉक्टर हूं इसलिए मरीजों को भर्ती करना, इलाज देना मेरा प्रथम कर्तव्य है।
डॉ. अमित चौकसे, अस्पताल संचालक
शिकायत थी कि चौकसे अस्पताल के पास पंजीयन नहीं है, इसलिए जांच दल गठित कर कार्रवाई की गई है। जांच में जो भी खामियां मिलेंगी, उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. एके जैन, सीएमएचओ, नरसिंहपुर