गुना के पुलिस अधीक्षक तथा कलेक्टर को हटाने के मुख्यमंत्री ने दिये आदेश
भोपाल। मध्यप्रदेश के गुना में मंगलवार को अतिक्रमण हटाने के लिए गई पुलिस ने किसान दंपति की लाठियों से पिटाई कर दी। इसके बाद दंपति ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की है। घटना का वीडियो सामने आने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना के कलेक्टर और एसपी को तुरंत हटाने का निर्देश दिया है। इसके अलावा उन्होंने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। वहीं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने वीडियो जारी कर कहा, ‘गुना के कैंट थाना क्षेत्र की घटना का वीडियो देखकर व्यथित हूं। इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से बचा जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने तत्काल अधिकारियों को उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। भोपाल से जांच दल मौके पर जाकर पूरी घटना की जांच करेगा। इसके बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई करेंगे।’ पुलिस की बर्बर कार्रवाई को गंभीरता से लेते हुए राज्य शासन ने देर रात ग्वालियर रेंज के आइजी राजाबाबू सिंह, गुना के कलेक्टर एस. विश्वनाथन और पुलिस अधीक्षक तरुण नायक को तत्काल प्रभाव से हटा दिया। आइजी पुलिस मुख्यालय में पदस्थ अविनाश शर्मा को ग्वालियर रेंज का नया आइजी व 26 वीं वाहिनी गुना के सेनानी राजेश कुमार सिंह को नया एसपी बनाया गया है।
इस संबंध में कलेक्टर ने बताया कि नवीन आदर्श महाविद्यालय के लिए ग्राम जगनपुर स्थित भूमि आरक्षित की गई थी। तहसीलदार ने अतिक्रामक गब्बू पारदी पुत्र गाल्या पारदी, कथित बटाईदार राजकुमार अहिरवार पुत्र मांगीलाल का कब्जा हटाने के लिए बेदखली की कार्रवाई के दौरान 14 जुलाई को पुलिस बल की उपस्थिति में सीमांकन कराया तथा बेदखली की गई।
जब कार्रवाई चल रही थी, उसी समय राजकुमार अहिरवार व उसकी पत्नी सावित्रीबाई ने कीटनाशक पी लिया। अतिक्रमण कर्ता ने अस्पताल जाने से इन्कार किया गया। गब्बू पारदी की ओर से राजकुमार व सावित्री बाई के अतिरिक्त अन्य लोगों को भी, जिनमें बच्चे भी शामिल हो सकते थे कीटनाशक पीने के लिए उकसाया जा रहा था तथा अस्पताल ले जाने से इन्कार किया जा रहा था। इससे जन हानि की संभावना बन रही थी ऐसे में कानून और व्यवस्था की गंभीर स्थिति व जनहानि रोकने के उद्देश्य से सख्ती से स्थल से हटाया गया। वर्तमान में राजकुमार व सावित्री बाई की स्थिति में अपेक्षाकृत सुधार हुआ है।