बच्चों ने दिये गुल्लक के पैसे,कोरोना के विरूद्ध लड़ाई में बच्चों का योगदान
बच्चों की सोच और समर्पण बड़ों के लिये मिसाल
प्रदेश में कोरोना संक्रमण को परास्त करने की कोशिशों में मासूम बच्चे भी अपना योगदान दे रहे हैं। ये बच्चे भी भला-बुरा समझने लगे हैं। जिस देश, प्रदेश के बच्चों में यह जज्बा है, वहां कोरोना को परास्त होना ही होगा।
मण्डला के मॉन्टफोर्ट स्कूल में भाग्योदय सिंह परस्ते कक्षा 5वीं के छात्र हैं। उन्होंने अपनी गुल्लक में धीरे-धीरे 12 हजार 197 रुपये इकट्ठा किये थे। भाग्योदन ने कल ही अपनी यह जमा पूँजी जिला कलेक्टर डॉ. जगदीश चन्द्र जटिया को कोरोना संकट से निपटने के लिये सौंप दी है। उनका इरादा बिलकुल साफ था कि कोरोना संकट में ये पैसे किसी के काम आयेंगे। सभी ने मासूम भाग्योदय की इस पहल को सराहा।
होशंगाबाद जिले की इटारसी तहसील के गाँव पथरोटा के बालक निहाल रावत ने भी अपनी गुल्लक में जमा हो गये तीन हजार रुपये मदद के रूप में रेडक्रॉस को सौंप दिये हैं। जिला पंचायत सीईओ आदित्य सिंह ने बच्चों की सोच और समर्पण को बड़ों के लिये मिसाल बताया है।