बेटी की संदिग्ध मौत पर न्याय की आस में भटक रहे माता पिता, पूर्व मंत्री से लेकर आईजी, डीआईजी तक कर चुके शिकायत
मामला ममता रैकवार की संदिग्ध मौत का
नरसिंहपुर/करेली। जिस बेटी की 26 अप्रैल को घर से डोली उठनी थी, उसकी 1 अप्रैल को जमीन पर टिके घुटनों के बूते गले में फंदा डली लाश देखकर माता-पिता के सारे अरमान बिखर गए। वे चीख-चीखकर पिछले दो माह से इसे हत्या बताकर मुख्यमंत्री से लेकर आईजी-डीआईजी तक न्याय की फरियाद लगा चुके हैं, लेकिन सुनवाई शून्य है। हैरत की बात ये है कि पूर्व कानून मंत्री पीसी शर्मा से लेकर नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह भी लिखित में निष्पक्ष जांच की मांग कर चुके हैं, लेकिन करेली पुलिस के जांच अधिकारी इसे आत्महत्या बताने पर तुले हुए हैं।
करेली के लक्ष्मीनारायण वार्ड निवासी मुन्नालाल रैकवार व उनकी पत्नी की हालात ये है कि वे दिन-रात बेटी ममता की स्कूल टाइम से लेकर मौत के वक्त खून के छींटे, चोटग्रस्त लाश देखकर रोते रहते हैं। पेशे से मजदूर अभिभावक की अब एक ही मुराद है कि वे उनकी बेटी ममता के हत्यारे को सलाखों के पीछे पहुंचा सकें। हालांकि प्रारंभिक स्तर पर ही करेली पुलिस उनकी इस ख्वाहिश में रोड़ा बनी हुई है। पुलिस द्वारा इन्हें जो फोटो उपलब्ध कराए गए हैं, उसमें ममता के चहरे, पैर समेत अन्य हिस्सों में चोटों के अलावा जमीन से टिके घुटने के बाद गले में फंदा लगा होना साफ दिख रहा है, लेकिन करेली पुलिस इसे आत्महत्या का मामला ही बताने तुली है।
विधायक ने डीएनए जांच के लिए लिखा पत्र: मृतका ममता के शरीर पर चोट, खून के धब्बों के अलावा कमरे में मौजूद घड़ी आदि सामानों के आधार पर नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह पटैल ने एसपी को पत्र लिखकर डीएनए टेस्ट कराने की मांग की है। इसके पहले पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के जनसंपर्क व कानून मंत्री रहे पीसी शर्मा ने भी मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी। बावजूद इसके अब तक कुछ नहीं हो सका है। ममता के बुजुर्ग माता-पिता हर दूसरे-तीसरे दिन कहीं करेली थाना तो कहीं जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय मंे आकर बेटी के लिए न्याय की गुहार लगाते देखे जा सकते हैं।
संदिग्ध मौत के इस मामले की शिकायत प्राप्त हुई है। इसकी जांच जल्द ही एसडीओपी से कराई जाएगी।
अजय सिंह, पुलिस अधीक्षक नरसिहपुर
मामला गंभीर है इसमें पुलिस अधिकारियों को उच्च स्तरीय जांच करनी चाहिए जिससे दोषियों को सजा मिल सके और पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।
पीसी शर्मा पूर्व जनसंपर्क एवं कानून मंत्री भोपाल