नरसिंहपुर। लाॅक डाउन अभी खतम भी नही हो पाया और बिजली विभाग द्वारा बिजली के बिलों की वसूली के लिए उपभोक्ताओं को परेशान करना शुरू कर दिया है विभाग के कर्मचारी उपभोक्ताओं के घर पहुंच कर उनके बकाया बिलों को भरने के लिए दबाब बना रहें हैं और बिल भुगतान ना होने पर उनके विद्युत कनेक्शन बंद करने की बात कर रहे हैं। दो दिन पहले ही जिला प्रशासन ने जिले में कुछ दुकानों को खोलने की अनुमति प्रशासन द्वारा सशर्त दी गई है पिछले दो माह से लोगों का कारोबार ढप्प पड़ा था सरकारी कर्मचारी अधिकारी तो अपने बिलों को भुगतान कर देगें लेकिन व्यवसायी और मध्यम वर्ग के वो लोग जो निजी सेक्टर में काम करते हैं उनके लिये ये फरमान बहुत ही कष्टप्रद है। इस संबंध में कुछ लोगों ने बताया की इस लाॅक डाउन में हमारा काफी नुकसान हुआ है दो महिने से कोई कामधंधा नहीं हुआ ऐसे मैं बिजली विभाग का बकाया बिल चुकाने के लिए थोड़ी परेशानी हो रही है।। किन्तु विभाग के कर्मचारी घरों पर आकर बिल के पैसे भरने के लिए बोल रहे हैं जो की इस महामारी के समय न्यायोचित नहीं है। अब सवाल यह उठता है की जब टोटल लाॅक डाउन की वजह से लोग अपने घरों से भी नहीं निकल पा रहे शासन प्रशासन कह रहा है की आप घर पर रहिये तो क्या बिजली विभाग या बिजली कंपनी लाॅक डाउन खतम होने तक अपनी वसूली के लिए इंतजार नहीं कर सकती?
जबकि इस संबंध में ए.इ. आर.के.आरसिया ने बताया की उपर से आदेश हैं की वसूली की जाए लोगों को मार्च, अप्रैल तथा मई के बकाया बिलों का भुगतान करने के लिए प्रेरित करने के लिए कर्मचारियों को उपभोक्ताओं के घर भेजा गया न की उनकी विद्युत कनेक्शन विच्छेद करने के लिये हां यदि 17 मई तक भुगतान नही होता तो जरूर विद्युत कनेक्शन विच्छेद करने की कार्यवाही की जायेगी।
संकट की इस घड़ी में विद्युत विभाग के कर्मचारियों को आमजन के साथ मानवीयता का व्यव्हार रखना चाहिए जो उपभोक्ता पहले से डिफाल्टर हों उनपर सख्ती जायज है किन्तु लाॅक डाउन के समय यदि किसी कारणवश बिल नहीं जमा कर पा रहे तो चेतावनी देकर काम चलाना चाहिए।
विक्रांत पटैल युवा नेता भाजपा
एमपीइबी और म.प्र. सरकार को इस बात की चिंता ही नही की देश किस हाल से गुजर रहा है आम आदमी दो जून की रोटी जुटाने में लगा हुुआ है और ऐसे में प्रदेश की सरकार बिल वसूली के लिए कर्मचारियों को घरों घर पहुंचा रही इससे शासन की नीति स्पष्ट उजागर होती है की उसे लोगों की कितनी चिंता है। ये कृत्य अर्मादित है। शिवराज सिंह सरकार और कमलनाथ सरकार में यही अंतर है कमलनाथ जी ने बिजली के बिलों को कम किया था जबकि वर्तमान भाजपा सरकार घरों घर जाकर लोगोें को परेशान करके ऐसी विषम परिस्थिति में बिलों का पैसा वसूल रही है।
सुनील जायसवाल पूर्व विधायक नरसिंहपुर