यूरिया वितरण में अनियमितता पर जिला विपणन अधिकारी और मार्कफेड के 4 गोदाम प्रभारियों के विरूद्ध होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई
नरसिंहपुर।कलेक्टर वेद प्रकाश ने पीओएस मशीन से यूरिया वितरण में अनियमितता पर जिला विपणन अधिकारी यशवर्धन सिंह और मार्कफेड के 4 गोदाम प्रभारियों/ कर्मचारियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की अनुशंसा की है। इस संबंध में कलेक्टर ने प्रबंध संचालक मप्र राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित को कार्यवाही करने के लिए लिखा है।
उल्लेखनीय है कि जिले में टॉप- 20 वायर यूरिया वितरण के संबंध में जांच की गई। जांच में 4 प्रकरण मार्कफेड से संबंधित पाये गये। मार्कफेड केन्द्र नरसिंहपुर के प्रभारी मुकेश पटैल द्वारा पीओएस मशीन से किसानवार यूरिया का वितरण न करते हुए 89.100 मे. टन यूरिया स्कंध का निष्पादन अपनी पत्नी श्रीमती दीपमाला पटैल के नाम से किया गया।
इसी तरह मार्कफेड गाडरवारा के कर्मचारी अमित कुमार नेमा ने पीओएस मशीन से किसानवार यूरिया का वितरण न करते हुए स्वयं अपने नाम से 36 मे. टन यूरिया स्कंध का निष्पादन किया गया, जो मार्कफेड केन्द्र गाडरवारा, मे. कृष्णा ट्रेडर्स गाडरवारा एवं तूमड़ा समिति से वितरित किया गया।
इसी तरह मार्कफेड केन्द्र सालीचौका के सुरेन्द्र वर्मा/ गोदाम प्रभारी द्वारा पीओएस मशीन से यूरिया का वितरण किसानवार न करते हुए 36 मे. टन यूरिया स्कंध का निष्पादन सालीचौका केन्द्र एवं समितियों का स्वयं के नाम से किया गया, मार्कफेड केन्द्र सालीचौका और बसुरिया समिति से वितरित किया गया।
इसी तरह मार्कफेड केन्द्र करेली के कर्मचारी/ गोदाम प्रभारी सुरेन्द्र मेहरा द्वारा समितियों सिहोरा, चांवरपाठा एवं सगरी की पीओएस मशीन से 32.445 मे. टन यूरिया स्कंध का निष्पादन स्वयं अपने नाम से किया गया।
उक्त गोदाम प्रभारियों/ कर्मचारियों द्वारा यूरिया वितरण में शासन के निर्देशों का उल्लंघन किया गया। जिला विपणन अधिकारी द्वारा इस संबंध में प्रभावी ढंग से निरीक्षण व निष्पादन भी नहीं किया गया। फलस्वरूप पीओएस मशीन से किसानवार यूरिया का स्कंध निरंक नहीं किया जाकर एक साथ बहुत अधिक मात्रा में स्वयं अथवा अपने रिश्तेदारों के नाम से किया जाना पाया गया। इस कृत्य को प्रथम दृष्टया गंभीर अनियमितता की श्रेणी में मानते हुये इन सभी के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा कलेक्टर ने की है।