करेली की ममता रैकवार की संदिग्ध मौत के मामले में फॉरेंसिक टीम ने लिए सैंपल
नरसिंहपुर/करेली। नगर की ममता रैकवार की संदिग्ध मौत के मामले में कई शिकायतों के बाद रविवार की देर रात्रि आखिरकार फाॅरेंसिक टीम ममता के घर पर पहुंची। मुख्यमंत्री से लेकर पुलिस के आलाधिकारियों को शिकायत देने के बाद फॉरेंसिक की टीम रविवार को घंटों लेट रात को पहुंची जरूर, लेकिन महज 30 मिनट के भीतर रस्मअदायगी कर वापस चली गई। हैरत की बात ये रही कि पुलिस के जो अधिकारी इस प्रकरण को शुरू से ही आत्महत्या बताने पर तुले थेए वे भी इस फॉरेंसिक टीम के साथ-साथ रहे।
ममता रैकवार की मौत के मामले की फोरेंसिक जांच के लिए आई टीम ने मुन्नालाल रैकवार के घर जाकर करीब 30 मिनट से ज्यादा जांच की लेकिन पूरी जांच में करेली पुलिस के बचाव के लिए आम नागरिक भी जांच में दखल देते देखे गए। हालांकि फॉरेंसिक टीम ने कुछ नमूने लिए हैं, जिसकी रिपोर्ट वे जल्द हो देंगे। बताया जा रहा कि जो फॉरेंसिक टीम मृतका के घर पहुंची थी, उसकी रुचि जांच करने व सैंपल लेने के बजाय मृतका के माता-पिता से पूछताछ अधिक करते रहे। वे घटना के वक्त कहां थे, बेटी कहां थी, यही सब पूछने में उन्होंने अधिकांश वक्त निकाल दिया। कुल मिलाकर फॉरेंसिक जांच के नाम पर सिर्फ औपचारिकता ही निभाई गई।
ममता रैकवार की लाश लक्ष्मीनारायण वार्ड में 1 अप्रैल को घर में संदिग्ध अवस्था में मिली थी। घटना के दिन उसके माता-पिता रायसेन में मजदूरी करने के बाद लौटे थे। पुलिस ने उन्हें लड़की द्वारा आत्महत्या करना बताया था। हालांकि कुछ दिन बाद जब उन्हें घटनाक्रम व लड़की के फोटो मिले तो उसमें मौत संदिग्ध दिख रही थी। तब से लगातार पीड़ित माता-पिता मुख्यमंत्री से लेकर पुलिस महानिरीक्षक, आईजी, डीआईजी, पूर्व कानून मंत्री, पुलिस अधीक्षक तक को आवेदन कर चुके हैं।
इनका ये है कहना
ममता रैकवार की मौत के मामले में कुछ अहम बिंदु चिंहित हैं, जिन पर फिलहाल जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद ही कुछ बता पाएंगे। रविवार रात को फॉरेंसिक की टीम ने कुछ सैंपल लिए हैं।
अर्जुन उइके, एसडीओपी नरसिंहपुर।