रीछई में महिला द्वारा आत्महत्या के मामले में ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन, निष्पक्ष जांच की मांग
नरसिंहपुर। जिले के थाना चीचली के अंतर्गत ग्राम रीछई में एक महिला द्वारा आत्महत्या करने के मामले को लेकर मंगलवार को बड़ी संख्या में ग्राम रीछई एवं आसपास के क्षेत्र के ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि मृतिका और उसके परिवार वालो ने पूरा मामला झूठा और मनगढंत बनाया है। ज्ञापन सौंपने आये रमेश राय, बालचंद हरिजन, राधा चौधरी, गुड्डी बाई, नंदूलाल चौधरी, मुन्नी बाई चौधरी, कमला बाई, कैलाश राय, राघवेन्द्र सिंह, अखलेश कुमार, धनीराम, दशरथ पटैल के अलावा अन्य ग्रामीणो ने बताया कि मृतिका और आरोपियों के बीच जमीन को लेकर पुराना विवाद है। इसे लेकर कहा-सुनी हुई किंतु मृतिका के ससुर, मृतिका के पति ने आरोपियो को झूठा फंसाने और पैसों की लालच में सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया है। साथ ही मृतिका की मौत इस विवाद के कारण नहीं अपितु मृतिका के परिवार द्वारा उस पर जबरन बलात्कार की रिर्पोट का दवाब बनाने को लेकर हुई है। ग्रामीणो ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष कई तथ्य रखते हुये बताया कि इस पूरे मामले में निर्दोषों को बलात्कार के मामले में फंसाये जाने से आरोपियों के परिवार की समाज में जहां छवि खराब हो गई है वहीं उन्हें निर्दोष होते हुये भी जेल जाना पड़ा। ग्रामीणों ने बताया कि इस मामले में मृतिका और उसके परिवार द्वारा खेत में भुट्टा चोरी करने को लेकर विवाद हुआ और पुलिस ने मृतिका के परिवार और आरोपियों की रिर्पोट पर दोनो पक्षों पर मामला भी दर्ज किया। शिकायत में ग्रामीणों ने यह भी बताया कि मृतिका के परिवारजनों ने मृतिका पर सामूहिक बलात्कार की झूठी रिर्पोट कराने का दवाब डाला जिससे प्रताडि़त होकर मृतिका ने स्वयं फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिसके लिये उसका परिवार ही जिम्मेदार है। इस मौके पर महिलाओ ने एसपी से कहा कि यदि साहब हम लोगो की बात झूठी निकले और बलात्कार की बात सच निकले तो हम लोगो को गोली मार देना। वहीं पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीणो को आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है।