अवैध खनन : दिघोरी में माफिया ने चलाई गोलियां, धनलक्ष्मी पर मेहरबान जिला प्रशासन
नरसिंहपुर। जिले में प्रतिबंधित नदी घाटों-तटों पर अवैध खनन करने वालों पर खनिज अधिकारी जमकर मेहरबान हैं। वहीं धनलक्ष्मी की धनवर्षा के आगे वे दहशतगर्दी को खूब बढ़ावा दे रहे हैं। इसकी बानगी शुक्रवार को चीचली थानांतर्गत दिघोरी में देखने मिली। यहां धनलक्ष्मी के गुर्गों ने जमकर गोलियां बरसाईं, ग्रामीणों के साथ मारपीट की, उन्हें घायल कर दिया। घटना का दुखद पहलू ये रहा कि इस मामले में कार्रवाई करने के बजाय अधिकारी समझौता कराने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाते रहे।
शगुन व कुड़ी घाट में माफिया पर कार्रवाई न होने से अवैध खननकर्ता बेहद उत्साहित हैं। वे अब दोगुने-चौगुने उत्साह से तटों-घाटों को गोरखधंधे के लिए मिटाने तुले हैं। दूसरी ओर अन्य नदी घाटों पर हालात बिगड़ने लगे हैं। चीचली थानांतर्गत दुधि नदी के तट दिघोरी में तो शुक्रवार सुबह अवैध खनन को लेकर दो पक्षों में झगड़े की खबर है। घटना में एक व्यक्ति के शरीर में कुछ चोटें भी आईं हैं। घायल ने आरोप लगाया गया कि दहशत फैलाने के लिए माफिया ने पांच हवाई फायर किए थे।
चीचली के दूरस्थ गांव दिघोरी में दुधि नदी तट पर किसी तरह की कोई रेत खदान स्वीकृत नहीं है। बावजूद इसके यहां पर व्यापक पैमाने पर रेत का अवैध खनन बदस्तूर है। बताया जाता है कि शुक्रवार सुबह दुधि नदी में पोकलेन लगाकर माफिया द्वारा अवैध खनन कराया जा रहा था। इस बात की जानकारी लगने पर कुछ ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो खननकर्ताओं से उनकी बहस हो गई। हालात ऐसे बने कि बहसबाजी गंभीर झगड़े में तब्दील हो गई। झगड़े में घायल गोलू गुर्जर ने गाडरवारा अस्पताल में इलाज के दौरान मीडिया को बताया कि दूसरे पक्ष के लोगों ने दहशत फैलाने के लिए बंदूक से फायर किए थे। जो उसके शरीर के आसपास से निकल गई। इसके अलावा मारपीट भी की गई। घटनाक्रम में गोलू गुर्जर व अन्य को पैर-हाथ में चोटें भी लगीं। इसके बाद दहशतगर्द भाग खड़े हुए। इस घटना की जानकारी लगने पर चीचली थाने के दो तीन पुलिसकर्मी घटनास्थल के लिए रवाना हुए। यहां उन्हें अचेत अवस्था में एक युवक मिला। जबकि एक अन्य के शरीर पर चोटें देखने मिलीं। यहां पर खून गिरने के निशान साफतौर से देखे जा सकते थे।
चीचली पहुंचीं एसडीओपी
दिघोरी में खूनी संघर्ष की जानकारी चीचली थाना प्रभारी अजय खोब्रागड़े ने वरिष्ठ अधिकारियों को दी। पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के निर्देश पर एसडीओपी गाडरवारा मेहंती मरावी मौका स्थल पर दोपहर करीब 2 बजे पहुंचीं। यहां उन्होंने घायलों से बातचीत की। उनके बयान लिए और उन्हें चीचली थाने बुलाया गया। हालांकि शाम तक कोई पीड़ित पक्ष का कोई भी व्यक्ति शिकायत दर्ज कराने नहीं गया। एसडीओपी के अनुसार प्रारंभिक बयानों में गोली चलने की पुष्टि हुई है, लेकिन यह किसने चलाई इसकी जांच की जा रही है। दिघोरी समेत आसपास के गांवों में निगरानी बढ़ा दी गई है।
दिघोरी में लाखों की रेत का अवैध भंडारण
प्रदेश के खनिज निगम ने जिले की कुल 36 खदानों को रेत खनन के लिए धनलक्ष्मी कंपनी को लीज पर दिया है। बावजूद इसके नर्मदा हो या उसकी अन्य सहायक नदियां सभी जगह माफिया हर सौ मीटर की दूरी पर रेत का अवैध खनन करने जुटा है। चीचली के अंतर्गत दिघोरी इसका एक और उदाहरण है। यहां दुधि नदी की धार को रोककर माफियाओं द्वारा पोकलेन मशीनों से जमकर अवैध खनन कराया जा रहा है। तट के आसपास रेत का व्यापक पैमाने पर अवैध भंडारण किया गया है। माफिया की इस सीनाजोरी को रोकने के बजाय जिला प्रशासन ने चुप्पी साध ली है।
इनका ये है कहना
दिघोरी में झगड़े की सूचना मिली थी। चीचली थाने के सिपाही मौके पर पहुंचे थे, उन्होंने बयान भी लिए थे। एसडीओपी गाडरवारा भी मामले की जांच कर रहीं हैं। फिलहाल शाम तक कोई भी पीड़ित पक्ष रिपोर्ट करने सामने नहीं आया है। एहतियातन हमने निगरानी बढ़ा दी है, घटनास्थल व आसपास के गांवों पर नजर रख रहे हैं।
अजय सिंह, पुलिस अधीक्षक, नरसिंहपुर।