जिला चिकित्सालय के एसएनसीयू में वेंटीलेटर की सुविधा प्रारंभ
बालाघाट। नवजात शिशुओं की बीमारियों के उपचार के लिए जिला चिकित्सालय बालाघाट में एसएनसीयू बनाया गया है। जिला चिकित्सालय बालाघाट का एसएनसीयू सर्वसुविधा युक्त और जीवन रक्षक अच्छे उपकरणों से लैस है। बालाघाट के एसएनसीयू जैसी सुविधायें आसपास के जिलों में, यहां तक कि महाराष्ट्र के गोंदिया एवं भंडारा जिले में भी नहीं है। जिला चिकित्सालय बालाघाट का एसएनसीयू समय से काफी पहले जन्में शिशुओं का जीवन बचाने में हमेशा सफल रहा है। अब एसएनसीयू में वेंटिलेटर की सुविधा भी उपलब्ध हो गई है और जिससे इसकी कार्यदक्षता और बढ़ जायेगी।
एसएनसीयू (SNCU) के प्रभारी डॉ निलय जैन ने बताया कि बालाघाट ज़िला चिकित्सालय के गंभीर नवजात शिशु चिकित्सा ईकाई में वेंटीलेटर की सुविधा प्रारम्भ हो चुकी है। इस सुविधा के प्रारंभ हो जाने से गंभीर रूप से बीमार नवजात शिशुओं को अब बड़े शहर नागपुर या जबलपुर ले जाने की जरूरत नही पड़ेगी। जो शिशु वक्त से पहले पैदा हो जाते हैं, जिनके फेफड़े विकसित नही होते एवं जिन शिशुओं को श्वांस संबंधी तकलीफ होती है, उन्हें वेंटीलेटर पर रखा जाता है।
10 से 15 हजार रुपये प्रतिदिन का खर्चा बचेगा
डॉ निलय जैन ने बताया कि वेंटीलेटर की सुविधा पहले केवल नागपुर में थी एवं प्राइवेट अस्पतालों में वेंटिलेटर पर शिशु को रखने का खर्चा 10 से 15 हजार रूपये प्रतिदिन आता है। लेकिन अब इस सुविधा के प्रारंभ हो जाने से नवजात शिशुओं को बालाघाट में रखकर ही निःशुल्क ईलाज करना संभव हो गया है। इस सुविधा के सुलभ होने से बीमार शिशु के परिजनों पर पड़ने वाला आर्थिक बोझ कम हो जायेगा और उन्हें 10 से 15 हजार रुपये प्रतिदिन का खर्चा नहीं लगेगा। जिला चिकित्सालय बालाघाट के एसएनसीयू में भर्ती शिशुओं का नि:शुल्क उपचार किया जाता है।