पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष देवेन्द्र पटेल के नेतृत्व में 8 जिलों में एक साथ जल सत्याग्रह
नरसिंहपुर। रविवार को पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष देवेंद्र पटैल गुड्डू के नेतृत्व में नरसिंहपुर, होशंगाबाद, सीहोर, रायसेन, मंडला, अनूपपुर, डिंडौरी व जबलपुर जिले में भी जगह-जगह जल सत्याग्रह किया गया। इस मौके पर नर्मदा में उतरकर सत्याग्रहियों ने जीवनदायिनी में अवैध खनन, अतिक्रमण और प्रदूषण को रोकने संकल्प लिया।
रविवार सुबह देवेंद्र पटैल गुड्डू ने बरमान खुर्द स्थित नर्मदा घाट पर साथियों समेत जल सत्याग्रह किया। अलावा इसके जिले के शगुन घाट, रेवा नगर, हीरापुर के ककरा घाट, पिटहरा, धर्मपुरी, छतरपुर, पीपरवानी, झिकौली, केरपानी, पिपरहा, कुडी, चिनकी, महादेव पिपरिया, कौठिया, भटेरा, टिमरावन, सोकलपुर, सिरसिरी संदूक में नर्मदा भक्तों ने जल सत्याग्रह किया।
सीहोर जिले के जैत में भी सत्याग्रह
इस मौके पर सीहोर जिले में मुख्यमंत्री के गृहग्राम जैत में भी जल सत्याग्रह किया गया। होशंगाबाद जिले के सैठानी घाट, पांसी घाट, माछा, भटगांव, रेवा घाट बनखेड़ी, सतवासा, साढिया घाट, गनेरा, बगलखेड़ी, नसीराबाद के अलावा रायसेन जिले के सोमलवाड़ा, गौरा, मछवाई, केतुघान, मोतलसिर, रामपुर, शोकलपुर, रिछावर, भारकक्ष, नयाखेड़, नांदनेर, अलीगंज, सतरावन, बारहकला, केलकच्छ, बारहा, सिवनी, सोजनी, जबलपुर जिले के लम्हेटा घाट व ग्वारीघाट समेत मंडला, अनूपपुर, डिंडौरी जिलों में जल सत्याग्रह कर नर्मदा के संरक्षण संवर्धन की शपथ ली गई।
मुहिम आगे लगातार जारी रहेगी
जल सत्याग्रह के दौरान बरमान में देवेंद्र पटैल ने कहा कि बीते दो दशक में नर्मदा की स्थिति दयनीय हो चली है। सत्ता और बाहुबल के दम पर चलने वाला रेत का कारोबार प्रदेश का सबसे बड़ा राजनैतिक कारोबार बन गया है। सत्ता में बैठे भाग्यशाली पापी जीवनदायिनी में बेतहाशा खनन कर अपनी तिजौरियां भर रहे हैं। हम सबकी आस्था नर्मदा नदी में है किंतु अफसोस का विषय है कि हम जीवनदायिनी के संरक्षण के लिए ठोस पहल नही कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्वजों ने जैसीं नर्मदा हमें विरासत में दी है, हमारा दायित्व है कि हम अपनी आने वाली पीढ़ी को वैसी ही कल-कल करती नर्मदा सौंपे। देवेंद्र पटेल ने कहा कि नर्मदा चेतना प्रवाह पदयात्रा के साथ शुरू हुई यह मुहिम आगे लगातार जारी रहेगी।