नरसिंहपुर : मलेरिया कॉलोनी में जलनिकासी की व्यवस्था न होने से वाशिंदे परेशान, अवैध निर्माण कर किया जलनिकासी का रास्ता बंद
नरसिंहपुर। मंडी रोड स्थित मलेरिया कॉलोनी के लोग अपने नाम के अनुरूप इसी बीमारी की आशंका के बीच रहने को मजबूर हैं। यहां जलनिकासी की व्यवस्था न होने के कारण बारहमास मच्छर पनपते हैं। कॉलोनी के वाशिंदे लंबे समय से प्रशासन का ध्यान इस ओर आकृष्ट करते रहे हैं, लेकिन हुआ गया कुछ नहीं।
ग्राम पंचायत खमरिया के अंतर्गत करहैयाखेड़ा गांव में स्थित मलेरिया कॉलोनी के लोगों ने गंदे पानी के जमावड़े और बीमारी की आशंका के मद्देनजर मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचकर एक ज्ञापन भी दिया। इसमें बताया गया कि कॉलोनी में पानी निकासी की व्यवस्था न होने के कारण यहां के खाली प्लाटों में निस्तारित पानी रुक रहा है। ग्राम पंचायत को मौखिक-लिखित तरह से दर्जनों बार अवगत कराया गया लेकिन इसका उपाय पंचायत के पास नहीं होने के कारण आए दिन विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। शिकायतकर्ताओं के अनुसार कॉलोनी में सरकारी नल स्थापित कराया गया है लेकिन निर्माण एजेंसी ने नल से बहने वाले पानी की निकासी का कोई उचित प्रबंध नहीं किया। जिससे सारा पानी मुख्य सड़क पर जमा हो जाता है। गंदा पानी जमा होने के कारण मलेरिया, डेंगू जैसी जलजनित बीमारियों के फैलने का अंदेशा लगा रहता है।
रास्ता बंद किया, अवैध निर्माण
शिकायत में ये भी बताया गया कि कॉलोनी में बरसाती पानी जहां से जाता था, उस जगह को गोपाल उद्योग ने निर्माणकर बंद कर दिया है। उद्योग से लगे हुए दो गांव का मेढ़ा सरहद जो कि करीब 24 कड़ी रहता है, यह नक्शे में स्पष्ट दिखाई भी दे रहा है, उस जगह पर अवैध निर्माण कर जलनिकासी का रास्ता बंद किया गया है। निर्माणकर्ताओं से निवेदन करने पर कहा जाता है कि यहां से सिर्फ बरसाती पानी निकल सकता है, अन्य पानी की कोई जगह नहीं है। जिससे हम लोगों के निस्तारित पानी से गंदगी फैल रही है। वाशिंदों के अनुसार लगातार शिकायतों के बावजूद कार्रवाई नहीं की जा रही है। वर्तमान में यहां रिपटा बना हुआ है। अत: समस्या का त्वरित निराकरण किया जाए।
एसडीएम-तहसीलदार कर रहे जांच: जनसुनवाई में आवेदन के पूर्व मलेरिया कॉलोनी के लोगों ने निस्तारित पानी की समस्या पर एसडीएम राधेश्याम बघेल को आवेदन दिया था। इस पर एसडीएम ने नरसिंहपुर तहसीलदार नितिन राय के साथ मौके पर पहुंचकर हालातों का जायजा लिया था। एसडीएम के अनुसार निस्तारित पानी की निकासी किस तरह हो सकती है, इस पर विचार किया जा रहा है। कॉलोनी बसाने वालों को तलब किया जा रहा है।
इन्होंने की शिकायत: शिकायत करने वालों में मीना रामटेके, प्रेमवती, नेतराम झारिया, पूरन सिंह पटेल, विमला मेहरा, शांति राजपूत, ऊषा राजपूत, प्रकाश, ममता, ऊषा बाई, महेश झारिया, परसराम झारिया, महेश पटेल, विजय कुमार, नेमीचंद साहू, कुश पटेल समेत करीब दो दर्जन लोग शामिल रहे।