नरसिंहपुर : अतिक्रमण ने बढ़ाई तीन वार्डों की मुश्किलें, 22 साल में अब तक नहीं नहीं हो पाया नाले का पक्कीकरण
गोटेगांव। लाठगांव सड़क की पानी की टंकी से निकलने वाला चमेली नाला बोसवार्ड, हरदौर वार्ड, गोरादेवी वार्ड से बहकर रिपटानाला में मिलता है। इस नाला को पक्का करने 22 साल पहले पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष स्व. राजमणि दुबे ने कार्ययोजना बनाई थी। इसके तहत 10 लाख रुपये का टेंडर भी जारी किया गया था। इसके बाद नाले के उद्गम स्थल पर कुछ कार्य भी कराया गया लेकिन 22 साल बीत चुके हैं फिर भी नाला की बदहाली जस की तस है। इसका पक्कीकरण अब तक नहीं हो पाया है। चमेली नाला के पक्कीकरण का टेंडर 22 साल पहले नगरपालिका ने निकाला था। थोड़ा बहुत काम होने के बाद निर्माण की गति रुक गई। नाला अभी भी बदहाल स्थिति में है।कागजी लीपापोती तक ही सुधारीकरण सीमित है।
घरों में घुसता है पानी
बोस, हरदौल, गोरादेवी वार्डों के नागरिकों ने बताया कि इस नाले से सबसे अधिक दिक्कत बारिश के दिनों में होती है। बरसात होने पर ये नाला ओवरफ्लो हो जाता है, जिसके कारण गंदा पानी इन वार्डों के घरों में घुसने लगता है। नाले के पक्कीकरण के लिए कई बार नगरपालिका प्रशासन से गुहार लगाई गई लेकिन हुआ गया कुछ नहीं। नाले के पानी के कारण इन वार्डों के कई कच्चे मकान तक धराशायी हो चुके हैं। पक्के मकानों में सीलन की समस्या बरकरार रहती है। नागरिकों का कहना है कि हर बारिश में जब लोगों के घरों में पानी भरता है तो नगरपालिका के सीएमओ मुआयना करने भर आते हैं। पानी निकलवाने के अलावा उनके पास कोई काम नहीं रहता। न ही इस समस्या के निराकरण के लिए ही वे कुछ ठोस उपाय कर पा रहे हैं।
गहरीकरण के लिए हर साल खुदाई
नागरिकों के अनुसार नाले का पक्कीकरण तो किया नहीं जा रहा, उल्टे हर साल नाले के गहरीकरण के लिए सरकारी खर्चे पर खुदाई अभियान जरूर चलता है। नगरपालिका के अधिकारी गहरीकरण के नाम पर खूब वाहवाही भी लूटते हैं। नागरिकों के अनुसार इस नाले के आसपास अब तेजी से अतिक्रमण्ा भी बढ़ रहा है। जिसके चलते संकुचित नाला और भी अधिक नुकसानदेय हो चुका है। आरोप ये भी हैं कि नाले के आसपास नगरपालिका ने कुछ को तो पट्टा भी वितरित कर दिए हैं। इस पट्टे की जमीन पर पक्के मकान व दुकानें तक निर्मित हो चुकी हैं। नागरिकों ने विधायक से नाला को पक्का करने की मांग के साथ अतिक्रमण हटाने की अपेक्षा भी की है।