नरसिंहपुर: नर्मदा के घाटों पर टॉर्च लेकर अवैध खनन तलाशते रहे कलेक्टर-एसपी
नरसिंहपुर। जिले की जीवनदायिनी नर्मदा नदी में जेसीबी, पोकलेन जैसी मशीनों से अवैध खनन की शिकायतों के मद्देनजर जिला प्रशासन लगातार सर्चिंग अभियान चला रहा है। हालांकि अब तक एक भी ऐसा मामला सामने नहीं आया है जहां अवैध खनन की पुष्टि हुई हो। इसी क्रम में बीती शुक्रवार की रात जिले के विभिन्न् नर्मदा तटों पर पहुंचे कलेक्टर-एसपी ने अमले के साथ टॉर्च की रोशनी में मशीनों को तलाशने की कोशिश की।
नर्मदा नदी में मशीनों से रेत के अवैध खनन को रोकने के लिए बीती 23 फरवरी को कलेक्टर वेदप्रकाश ने बरमकुंड स्थित नर्मदा के घाटों की जिओ टैगिंग कराई थी। यहां पर शिकायत थी कि मशीनों से नरसिंहपुर की तरफ अवैध खनन किया जा रहा है। जांच टीम ने जब पड़ताल की तो पता चला कि नरसिंहपुर की ओर किसी भी तरह से रेत खनन की संबंधित स्थल पर कोई गुंजाइश नहीं है। न ही यहां के गहरे घाटों में मशीनें ही उतारी जा सकती हैं। इसके बाद जिला खनिज अधिकारी ओपी बघेल ने भी दो दिन पहले ही जमुनिया में औचक दबिश देकर 150 घनमीटर रेत जरूर जब्त की लेकिन यहां भी उन्हें अवैध खनन नहीं मिला था। इन कार्रवाईयांे का फॉलोअप करने के लिए शुक्रवार शाम से लेकर देर रात तक कलेक्टर वेदप्रकाश, पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव ने राजस्व व पुलिसबल के साथ सांकल, बुधगांव, घाट पिपरिया, बरमकुंड, बरमान समेत नर्मदा के अन्य घाटों पर बिना किसी को बताए दबिश दी। उनके साथ गोटेगांव एसडीएम निधि सिंह गोहल, जिला खनिज अधिकारी, तहसीलदार पंकज मिश्रा आदि मौजूद रहे। दोनों जिला अधिकारियों ने घाटों पर पहुंचकर टॉर्च की रोशनी से एक-एक कोने भी देखे कि कहीं कोई मशीन या जलपरी रेत की निकासी तो नहीं कर रही है। हालांकि करीब 5-6 घंटे के निरीक्षण के दौरान उन्हें कहीं भी कोई अवैध रेत खनन-परिवहन नजर नहीं आया।