नरसिंहपुर: सड़क पर 300 से ज्यादा ट्रैक्टर, काकाजी बोले- कृषि बिल हकीकत में मौत का फरमान

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नरसिंहपुर। केंद्र सरकार ने किसान विरोधी तीन काले कानून जारी किए हैं। वह किसान के हित में नहीं बल्कि किसान की मौत का फरमान है। ये बात बुधवार को गाडरवारा नई गल्ला मंडी में आयोजित किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के अध्यक्ष शिवकुमार काकाजी ने कही। इसके पूर्व शहर की सड़कों पर ट्रैक्टर मार्च किया गया।
केंद्र सरकार के कृषि बिलों के विरोध में दिल्ली की तरह जिले में विरोध-प्रदर्शन जारी है। 10 मार्च को पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार सैकड़ों की संख्या में साईंखेड़ा ब्लाक के बनवारी, रॉयल पैलेस चीचली ब्लाक से किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला। इस मार्च में करीब 300 ट्रैक्टर शामिल रहे। ये ट्रैक्टर मार्च बायपास पलोटनगंज होते हुए मंडी पहुंचा। ट्रैक्टरों के आगे-आगे किसान जय बलराम, जय किसान के नारे लगा रहे थे। इसके बाद मंडी में महापंचायत का आयोजन किया गया। इसमें शिवकुमार काकाजी ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के  बैनर तले मध्य प्रदेश के किसान भी दिल्ली के आंदोलन में सहयोग कर रहे हैं। किसान को सोचना चाहिए की 70 प्रतिशत किसानों की वोट है लेकिन उसके बाद सरकार क्यों नहीं सुनती, हमें संगठित होकर यह लड़ाई लड़ना है। ये तब तक खत्म नहीं होगी जब तक केंद्र सरकार काले कानून वापस नहीं ले लेती। मोदी सरकार देश के लिए लड़ रहे किसानों के साथ झूठ, छल-कपट और साजिश करने पर उतारू है। हम उन्हें उनके मंसूबे में कामयाब नहीं होने देंगे।
300 से अधिक किसान शहीद: किसान नेता बादल सरोज ने संबोधित करते हुए कहा कि देश में चल रहे किसान आंदोलन में लगभग 300 से ऊपर किसान अपनी शहादत दे चुके हैं लेकिन मोदी सरकार किसानों की आवाज को दबा रही है। अब किसान जाग चुका है, किसानों के छोटे-छोटे संगठन एक होकर संयुक्त  मोर्चा के माध्यम से अपनी लड़ाई रहे हैं, निश्चित उसे कामयाबी मिलेगी।
ट्रैक्टर मार्च का नेतृत्व करने वाले दिनेश  ढिमोले ने संबोधित करते हुए कहा कि जिस समय देश की जनता कोरोना महामारी के कारण परेशान थी, उस समय  केंद्र सरकार ने किसान विरोधी अध्यादेश जारी किया। हमारी लड़ाई निरंतर जारी रहेगी और किसानों को न्याय दिलाकर रहेंगे। केंद्र सरकार  काले कानून के माध्यम से अदाणी व अंबानी जैसे उद्योगपतियों का भला करना चाह रही है। कृषक नेता राहुल राज ने कहा कि सरकारों को अब जागना होगा, यदि काला कानून वापस नहीं हुआ तो हम किसान बंधु सरकार बदलने की ताकत रखते हैं।
विधायक संग कांग्रेसियों का समर्थन: किसान-ट्रैक्टर मार्च में क्षेत्रीय विधायक सुनीता पटेल ने ट्रैक्टर में सवार होकर संयुक्त  किसान मोर्चा के आंदोलन को समर्थन दिया। उनके साथ पूर्व विधायक दीनदयाल ढिमोले, जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष अशोक काबरा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जिनेश जैन, दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस के पदाधिकारी मौजूद थे। युवा नेता आदित्य पलिया ने जुलूस में शामिल होकर अपना समर्थन दिया, कार्यक्रम का संचालन जगदीश पटेल ने किया। मंच पर सोमनाथ तिवारी, राजकुमार जूदेव, हेमराज पटेल, ऋ षि राज पटेल, माया विश्वकर्मा आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे। सभा के उपरांत संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 18 सूत्री मांगों का ज्ञापन स्थानीय प्रशासन को सौंपा गया। जिसकी प्रतिलिपि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल को भी भेजी गई है।
किसान महापंचायत में शामिल होने एकजुट होकर पहुंचे किसान
नरसिंहपुर। कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे देश व्यापी आंदोलन के तहत संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 15 मार्च को सिहोरा जबलपुर में किसान महापंचायत की जाना है। जिसकी तैयारियों व किसानों को एकजुट कर अधिक से अधिक संख्या में शामिल कराने किसान संगठन सक्रिय है। मंगलवार को जिला मुख्यालय पर पिछले 49 दिन से चल रहे अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन स्थल पर भारतीय किसान यूनियन के संभाग अध्यक्ष पहुंचे। उन्होंने किसानों से मिलकर उन्हें केंद्र सरकार द्वारा लागू कृषि कानूनों के खिलाफ एकजुटता से विरोध करने और सरकार द्वारा इन कानूनों को वापिस लिए जाने की मांग दोहराई। भारतीय किसान यूनियन जबलपुर संभाग अध्यक्ष संतोष राय व सोनेलाल साहू , सुमित राय, राजा श्रीवास्तव आदि ने किसानों के धरना स्थल पर जाकर महापंचायत में शामिल होने कहा। बताया कि महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत सहित अन्य नेता मौजूद रहेंगे। धरना स्थल पर भारतीय किसान यूनियन जिला अध्यक्ष बाबूलाल पटेल, राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ महाकौशल प्रांतीय अध्यक्ष ऋषिराज पटेल, श्याम पटेल, कुंजबिहारी यादव, सुरेश ठाकुर, देवेंद्र दुबे, देवेंद्र पाठक, कमल सिंह लोधी, चौधरी लोकेश सिंह,, टेक सिंह तेजबल पटेल आदि मौजूद रहे।
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