रामागुण्डम में किया ऊर्जा मंत्री ने देश के सबसे बड़े सोलर फ्लोटिंग प्लांट का अवलोकन
भोपाल।विश्व का सबसे बड़ा 600 मेगावॉट का फ्लोटिंग सोलर प्लांट 3 हजार करोड़ की लागत से मध्यप्रदेश के ओंकारेश्वर में स्थापित होने जा रहा है। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने सोमवार को तेलंगाना के रामागुण्डम में एनटीपीसी द्वारा स्थापित किये जा रहे देश के सबसे बड़े सोलर प्लांट का अवलोकन कर तकनीकी जानकारी ली। प्रमुख सचिव ऊर्जा, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा संजय दुबे और ऊर्जा विकास निगम के प्रबंध संचालक दीपक सक्सेना, नेशनल थर्मल पॉवर कॉर्पोरेशन के सीजीएम श्रीकुमारन और एग्जीक्युटिव डायरेक्टर मोहित भार्गव सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
श्री डंग ने प्लांट की प्रथम 5 मेगावॉट इकाई के फ्लोटर, पानी पर लगाने के तरीके, उपकरण और टेक्नालॉजी की जानकारी ली। रामागुण्डम थर्मल पॉवर प्लांट जलाशय के 450 एकड़ जलक्षेत्र में 423 करोड़ रूपये की लागत से इस सोलर फ्लोटिंग प्लांट की स्थापना की जा रही है। श्री डंग ने कहा कि आज नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रामागुण्डम प्लांट का अवलोकन करने के अनुरूप से ओंकारेश्वर में स्थापित होने जा रहे प्लांट में आने वाली व्यावहारिक कठिनाईयों को दूर किया जा सकेगा और काम जल्दी पूरा होगा। श्री डंग ने कहा कि ओंकारेश्वर बांध के लगभग 2000 हेक्टेयर जल क्षेत्र में सोलर पेनल लगाकर बिजली कर उत्पादन होगा। जल क्षेत्र में स्थापना से जमीन की आवश्यकता नहीं होगी और पानी की सतह पर तैरने के कारण पेनल का तापमान भी नियंत्रित रहेगा। हरित ऊर्जा मिलने से कार्बन डाईऑक्साइड पर नियंत्रण होगा और जीवाश्म भण्डारों का दोहन भी रुकेगा।