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नरसिंहपुर। जिले में कोविड-19 कोरोनावायरस संक्रमण का प्रकोप आम आदमी ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य सेवा में जुटे चिकित्सकों पर भी भारी पड़ रहा है। संक्रमित मरीजों के इलाज में जुटे ये सरकारी चिकित्सक तमाम सुरक्षा संसाधनों को अपनाने के बाद भी संक्रमित हो रहे हैं। इसका प्रमाण जिला अस्पताल है, जहां पर 3 चिकित्सकों समेत 15 स्टाफ नर्स कोरोना संक्रमित होकर इलाज करा रहीं हैं।
पिछले साल जहां कोरोना अधिकांशत: शहरी क्षेत्रों में फैला था तो इस बार इसका प्रकोप ग्रामीण क्षेत्रों में जबरदस्त रूप से है। जिसके चलते गंभीर स्थिति में मरीजों को एंबुलेंस व अन्य साधनों से जिला अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। हालात ये बन गए हैं कि यहां भर्ती संक्रमित और संदिग्ध दोनों मरीजों की संख्या जोड़ दी जाए तो प्रत्येक चिकित्सक पर करीब 20 मरीज की 24 घंटे देखरेख का दायित्व आ गया है। जिला अस्पताल के सभी वार्ड मरीजों से भरे पड़े हैं, कुछ वार्डों की हालत ये है कि यहां बिस्तर तक कम पड़ गए हैं। लगातार बढ़ती कोरोना मरीजों के अलावा अन्य बीमारियों के मरीजों की देखरेख के चलते इलाज देने वालों को अब खुद ही इलाज की दरकरार हो गई है। जिला अस्पताल में जो 3 चिकित्सक कोरोना संक्रमित हुए हैं उनमें एक मेडिकल ऑफिसर और दो नियमित ओपीडी को संचालित करते रहे हैं। इसके अलावा 15 स्टाफ नर्स में से भी अधिकांश कोविड के मरीजों की देखरेख में लगी रहीं हैं। फिलहाल इन सबके संक्रमित होने के बाद सभी होम आइसोलेशन व अस्पताल मंे भर्ती होकर अपना इलाज करा रहे हैं।