नरसिंहपुर: कर्फ्यू में गायब हो गए बदमाश, लड़ाई-झगड़े बंद, मात्र 60 मामले पहुंचे थाने
नरसिंहपुर। कोरोना कर्फ्यू के दौर में पुलिस की जिम्मेदारियां बढ़ी हैं लेकिन इस मुश्किल समय में सुखद यह है कि जिले में आपराधिक घटनाओं की रफ्तार थमी है। जिससे फिलहाल पुलिस को थोड़ी राहत है और पुलिस 24 घंटे लोगों को संक्रमण से बचाने, गाइड लाइन का पालन कराने तत्पर होकर कार्य कर रही है। जिले के जिन थाना-चौकियों में हर दिन आपराधिक घटनाओं की संख्या अधिक होती हैं वहां कई दिनों से इक्का-दुक्का अपराध ही दर्ज हो रहे है।
जिले में कोरोना कर्फ्यू से लोगों की आवाजाही कम होने के कारण जहां सड़क दुर्घटनाओं मामले घटे है तो वहीं अन्य आपराधिक घटनाओं में भी कमी आई है। जिससे जिले के ज्यादातर थाना-चौकियों से वर्तमान दौर में खैरियत की खबर ही ज्यादा आ रही है। जिले में बीते एक अप्रैल से 10 अप्रैल तक जहां 82 आपराधिक मामले दर्ज हुए थे। वहीं 11 अप्रैल से 20 अप्रैल तक की अवधी में मामलों की संख्या महज 60 रही जिसमें सड़क दुर्घटनाओं के मामले महज 10 रहे। कोरोना कर्फ्यू के दौरान पुलिस के आला अधिकारियों के साथ ही थाना-चौकियों का मैदानी अमला रोजाना नगर, गांव-कस्बों का भ्रमण करते हुए लोगों को संक्रमण से बचाव के लिए जागरुक करने में लगा है। पुलिस के मैदानी अमले का भी मानना है कि आपराधिक घटनाएं थमने से वह संक्रमणकाल मंे अपनी दूसरी जिम्मेदारियों को बखूवी पूरी कर पा रहे हैं। रोजाना पैदल मार्च, गाइड लाइन के पालन के लिए निगरानी जैसे कार्य वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में चल रहे है। कर्फ्यू के कारण लोग घरों में है तो वह संक्रमण से भी बच रहे है और वह अन्य किसी परेशानियों से भी सुरक्षित है।
इनका ये है कहना
कोरोना कर्फ्यू के दौरान गाइड लाइन का पालन कराने पुलिस सक्रिय होकर कार्य कर रही है। निश्चित तौर पर इस दौरान अपराधों में कमी आई है। संक्रमण से बचाव के लिए जरुरी है कि सभी गाइड लाइन का पालन करें और प्रशासन को सहयोग करें।
विपुल श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक नरसिंहपुर