नरसिंहपुर: आबकारी विभाग में अवैध शराब की सूचना देने का मतलब उजागर हो जाएगा आपका नाम!

इतवारा बाजार की घटना ने बढ़ाया संदेह, लगने लगे आरोप

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नरसिंहपुर। जिले में अवैध, मिलावटी शराब की तस्करी का गोरखधंधा चरम पर पहुंच गया है। इस पर लगाम लगाने के बजाय आबकारी के अधिकारी सुकुन की नींद लेने में अधिक दिलचस्पी दिखा रहे हैं। नतीजतन माफिया के हौसले बुलंद हैं। वहीं अब नई जनचर्चा और आरोप ये हैं कि यदि कोई आबकारी विभाग को अवैध शराब के बारे में सूचना देता है तो उसकी पहचान, निवास का पता तक माफियाओं को चंद घंटे के भीतर लग जाता है।

ऐसा ही मामला पिछले दिनों इतवारा बाजार स्थित देसी शराब दुकान के मामले में देखने मिला था। यहां तय वक्त के घंटों पहले से बिक रही शराब का वीडियो एक व्यक्ति ने बनाकर जिला आबकारी विभाग को दिया था। उसे उम्मीद थी कि कार्रवाई होगी, लेकिन ये उसका भ्रम निकला। अगले ही दिन जिसने शिकायत की थी, वीडियो बनाया था उसके बारे में संपूर्ण जानकारी शराब विक्रेताओं को लग गई। तीन-चार दिन बाद शिकायतकर्ता को बाजार क्षेत्र में गुंडा तत्वों ने छककर जान से मारने तक की धमकी दे डाली। हालांकि घटना के दूसरे ही दिन इन्हीं लोगों ने न जाने क्या सोचकर शिकायतकर्ता से माफी भी मांगी। ये इकलौता मामला नहीं है जब इस तरह की घटना, वाक्या अवैध शराब की जानकारी देने वालों के मामले में हुआ हो। शिकायत के बाद भी कार्रवाई के नाम पर नाम उजागर करने की बढ़ती प्रवृत्ति ने अवैध शराब की मुखालफत करने वालों को डराकर रख दिया है। वे अब आबकारी विभाग की सीढ़ियां चढ़ने तक से गुरेज करने लगे हैं। सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर अब बातें सार्वजनिक होने लगीं हैं। लोगों का कहना है कि जिले का आबकारी विभाग माफिया के इशारे से संचालित हो रहा है। उसकी सुविधा के अनुसार ही अधिकारी फर्जी कागजी कार्रवाई करते हैं। हालांकि इस तरह के आरोपों को आबकारी के अधिकारी जाहिर तौर पर नकार देते हों लेकिन हकीकत ये है कि जिस आबकारी विभाग में दो साल पहले तक सैंकड़ों शिकायतें आतीं थीं, वहां अब अनलॉक के बाद से पूरी तरह टोटा है।
जिला आबकारी पर बेअसर मुख्यमंत्री के आदेश: जहरीली, मिलावटी शराब के चलते मुरैना जिले में दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मामले की पुनरावृत्ति अन्य जिलों में न हो इसके लिए मुख्यमंत्री अवैध, मिलावटी शराब को रोकने सख्त निर्देश भी जारी कर चुके हैं। बावजूद इसके जिले के आबकारी विभाग पर असर न के बराबर है। जिले में अवैध शराब माफियाओं पर शिकंजा कसने में नाकाम रहे विभागीय अधिकारियों की सुस्ती का फायदा उठाकर अब कई लाइसेंसी दुकानदार भी पिछले दरवाजे से रातभर मनमानी कीमत पर शराब परोस रहे हैं।
आंकड़े मांगने पर आबकारी अधिकारी चुप: शिकायतकर्ताओं के नाम उजागर होने के साथ-साथ कितने आरोपी जेल भेजे गए हैं, इस पर जब जिला आबकारी अधिकारी से बात की गई तो उनकी एक ही रट रही कि हम कार्रवाई कर रहे हैं। हालांकि किन-किन लोगों पर पिछले एक माह में कार्रवाई की गई, कितनी शिकायतें मिलीं इसकी जानकारी उनके पास नहीं थी।
पुलिस के पास पहुंच रहीं शिकायतें: जिले में जितनी भी अवैध शराब की खेप पकड़ी जा रही है या फिर कहीं गोरखधंधा चल रहा है, इसमें विभिन्न् थाना पुलिस को आशातीत सफलता मिल रही है। इस सफलता की मूल वजह ये है कि लोग आबकारी विभाग के बजाय अब पुलिस को सूचना देने में खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इस संबंध में एसपी भी लगातार मुहिम, अभियानों के जरिए असामाजिक तत्वों, माफियाओं के खिलाफ जानकारी देने का आह्वान करते रहे हैं। उनके नाम गुप्त रखे जाने का वादा भी कर रहे हैं।
गणतंत्र दिवस की बैठक में अवैध शराब की गूंज: जिले में अवैध शराब की बढ़ती तस्करी, कच्ची शराब बनाने के गोरखधंधे में लिप्त माफिया पर कार्रवाई का मुद्दा सोमवार को नृसिंह भवन के सभाकक्ष में भी गूंजता रहा। दरअसल ये बैठक गणतंत्र दिवस समारोह मनाने की तैयारियों को लेकर आयोजित की गई थी। इसमें जिला पंचायत सीईओ केके भार्गव, एएसपी सुनील कुमार शिवहरे, संयुक्त कलेक्टर राजेश शाह, एसडीएम राधेश्याम बघेल आदि मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर वेद प्रकाश ने अवैध शराब की तस्करी, बिक्री आदि रोकने के लिए मातहत अधिकारियों से निरंतर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। विदित हो कि एक सप्ताह पूर्व भी नृसिंह भवन में कलेक्टर-एसपी ने आबकारी के अधिकारियों व लाइसेंसी दुकान संचालकों की संयुक्त बैठक लेकर अवैध व मिलावटी शराब की बिक्री पर लगाम कसने के निर्देश दिए थे। बावजूद इसकेे आबकारी अधिकारी निर्देशों को एक कान से सुनकर दूसरे से बाहर कर दिया। बहरहाल सोमवार को कलेक्टर वेद प्रकाश के सख्त लहजे में दिए गए निर्देशों के बाद उम्मीद है कि शायद आबकारी के अधिकारी नींद से जाग जाएं।

हमें जहां भी अवैध शराब के संबंध में सूचना मिलती है हम तत्काल कार्रवाई करते हैं। पिछले दिनों गाडरवारा, सालीचौका क्षेत्र अंतर्गत गांवों में हाथ भट्टी चलने की जो शिकायत मिली थी, उस पर हमने कार्रवाई की है।

डीसी चतुर्वेदी, सहायक जिला आबकारी अधिकारी, नरसिंहपुर।
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जिले में कहीं भी किसी भी तरह की यदि अवैध शराब का धंधा चल रहा है, उसके बारे में यदि किसी के पास कोई सूचना है तो वह संबंधित थाना क्षेत्र में या फिर सीधे मुझे मोबाइल पर सूचित करे। हम सूचनादाता का नाम गोपनीय रखकर माफिया के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे।
अजय सिंह, पुलिस अधीक्षक, नरसिंहपुर।

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