नरसिंहपुर : बिना अनुमति अनशन, एसडीएम ने किया पुलिस के हवाले
लोक सूचना केंद्र के पास तीन दिन से तंबू गाड़कर धरने पर बैठा था ग्रामीण
नरसिंहपुर। लोक सूचना केंद्र के सामने तंबू गाड़कर पिछले तीन दिन से धरना-अनशन कर रहे एक ग्रामीण युवक को एसडीएम ने बिना अनुमति प्रदर्शन करने का दोषी मानते हुए उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
जानकारी के अनुसार गुरुवार शाम करीब 5 बजे एसडीएम राधेश्याम बघेल को सूचना मिली कि लोक सूचना केंद्र पर अनशन पर बैठे खुरपा गांव निवासी अंकुर पटेल की हालत बिगड़ गई है। इसके बाद एसडीएम पटवारी, आरआई को लेकर मौके पर पहुंचे। यहां उन्होंने जब पड़ताल की तो समझ में आया कि मामला जिला पंचायत से संबंधित है। अनशनरत अंकुर का कहना था कि उसने पंचायत में भ्रष्टाचार की शिकायत की थी, जिसमें सरपंच-सचिव दोषी पाए गए हैं लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इस पर एसडीएम ने कार्रवाई के लिए उससे 15 दिन का वक्त मांगा। इस पर अंकुर ने बताया कि पहले भी उससे इसी तरह की बात की जा चुकी है। पिछली बार धरना देने के कारण उसे जेल तक भिजवा दिया गया था। जेल की बात सुनते ही एसडीएम ने जब थाना व अपनी कोर्ट में पूछताछ की तो ज्ञात हुआ कि अंकुर ने इसके पहले दो बार धारा 151 का उल्लंघन किया था। यह जानने के बाद एसडीएम ने तत्काल थाना कोतवाली प्रभारी को फोर्स भेजकर संबंधित को गिरफ्तार कर अपनी कोर्ट में पेश करने कहा। एसडीएम के अनुसार चूंकि अनशनकर्ता ने धरना-प्रदर्शन की पूर्व अनुमति नहीं ली थी, इसलिए उसके खिलाफ नियमत: कार्रवाई की जा रही है। जहां तक सरपंच के खिलाफ कार्रवाई की बात है तो वह मामला जिला पंचायत सीईओ देख रहे हैं।