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उत्कृष्ट कार्य करने वाली 53 महिला अधिकारी- कर्मचारी सम्मानित, नरसिंहपुर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह का हुआ आयोजन

नरसिंहपुर. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कलेक्टर रोहित सिंह, पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव, सीईओ जिला पंचायत डॉ. सौरभ संजय सोनवणे, स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास समिति की अध्यक्ष श्रीमती राधा किलेदार, जनपद अध्यक्ष श्रीमती अनुराधा पटैल, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष श्रीमती संध्या कोठारी की मौजूदगी में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन कलेक्ट्रेट के जनसुनवाई हाल में किया गया। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस “एक स्थाई और समान कल के लिए समाज में लैंगिक समानता जरूरी है” की थीम पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कन्या पूजन एवं दीप प्रज्जवलन से किया गया।

परिवार, समाज एवं राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण- कलेक्टर

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि परिवार, समाज एवं राष्ट्र के निर्माण में महिलाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह अवसर है सामाजिक व्यवस्था को टटोलने, महिलाओं को प्रदत्त अधिकारों के बारे में और उनको और बेहतर सेवायें देने के बारे में विचार करने का। महिला दिवस एक दिन मनाने की आवश्यकता क्यों, यह तो वर्षभर होना चाहिये। हम चाहते हैं महिलायें हर क्षेत्र में उपलब्धियां अर्जित करें। स्वस्थ समाज की संकल्पना तभी पूरी तरह से मूर्तरूप लेगी, जब सभी तरह के विभेद समाप्त होंगे। श्री सिंह ने रामचरित मानस की चौपाई का उद्दहरण देते हुए समाज में महिलाओं के महत्व को रेखांकित किया। समाज एवं राष्ट्र निर्माण में महिलाओं के योगदान को हमें महत्व एवं सम्मान देना चाहिये। हम महिलाओं के छोटे- बड़े सभी कार्यों को सदैव सम्मान दें, तभी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की सार्थकता है। उन्होंने कहा कि समाज की इमारत की बुनियाद हैं महिलायें। बुनियाद के पत्थर दिखाई नहीं देते, परंतु उन्हीं से इमारत बुलंद बनती है। उन्होंने मिशन चिरंजीवी को मू‍र्तरूप देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य जिले में शिशु एवं मातृ मृत्यु दर को शून्य करना है। हमारा उद्देश्य है कि जिले की सभी महिलायें, किशोरी एवं बच्चे स्वस्थ हों।

कार्यक्रम में श्रीमती राधा किलेदार, श्रीमती अनुराधा पटैल, श्रीमती संध्या कोठारी ने अपने- अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि महिलायें अपने आप को कमजोर नहीं सशक्त समझें। महिलायें सशक्त होंगी, तो परिवार, समाज और राष्ट्र भी सशक्त होगा।

हस्ताक्षर अभियान हुआ प्रारंभ

कलेक्टर रोहित सिंह एवं पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव ने चाइल्ड लाइन के अंतर्गत हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत की। यहां बच्चों एवं महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा के लिए संकल्प लिया गया।

उत्कृष्ट कार्य करने वाली 53 महिला अधिकारी- कर्मचारी सम्मानित

कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाली जिले की 53 महिला अधिकारी- कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। जिन महिला अधिकारी- कर्मचारियों को सम्मानित किया गया, उनमें जिला श्रम अधिकारी ज्योति पांडे, सहायक संचालक सहकारिता मारिया एक्का, सहायक संचालक कृषि सीमा डेहरिया, वकृविअ उषा पचौरी, सहायक जेल अधीक्षक शिल्पा छत्तर, आरक्षक जेल विद्या मिश्रा, सहायक ग्रेड- 3 भारती रैकवार, वन रक्षक वर्षा शर्मा, शिफा स्वसहायता समूह की जरीना बानो सिंहपुरबड़ा, शक्ति स्वसहायता समूह की आरती श्रीवास्तव, ईअर मोल्ड टेक्नीशियन आशा पटैल, एमपीआर वर्कर सीता गोस्वामी, सहायक परियोजना समन्वयक समावेशित शिक्षा अंजु शर्मा, आयु.चिकि.अधि. डॉ. बेबी राजपूत, आशुष कम्पाउंडर उमा दुबे, शिक्षक सुनीता सोनी, प्रोसेस सर्वर साक्षी यादव, उप निरीक्षक सरोज रामसखा, महिला आरक्षक साइबर शाखा पुलिस कुमुद पाठक, महिला आरक्षक निधि परिहार, रूचि तिवारी व रंजिता, क्रीड़ा शिक्षक डॉ. अंजिता वर्मा, कम्युनिटी डेवलप को- ऑर्डिनेटर जयंती प्रेम, अकाउंटेट डेसी स्टैला, काउंसलर वन स्टाप सेंटर अंजिता श्रीवास्तव, अधीक्षक सर्जन वात्सल्य रचना कश्यप, सामाजिक कार्यकर्ता सुनीता दुबे, चाइल्ड लाइन टीम के सदस्य, अधीक्षक वन स्टाप सेंटर, परियोजना अधिकारी पुष्पा मदकोरिया, उमा बर्मन व रश्मि बोहरे, प्रभारी परियोजना अधिकारी रेहाना खान व शिवानी नामदेव, पर्यवेक्षक माया वर्मा, उमा तिवारी, सुषमा वर्मा, पुष्पा धानक, कंचन टेकाम व अनुपमा विश्वकर्मा, आं.बा. कार्यकर्ता सरिता राजपूत, अनुराधा साहू, सुनीता रजक, अनीता कचेरा, सत्यवती पटैल व प्रतिभा द्विवेदी, आंगनबाड़ी सहायिका प्रभा मेहरा, पार्वती श्रीवास्तव, उमा रजक, विमला ठाकुर व सरस्वती गौंड़ के नाम शामिल हैं।

कार्यक्रम में बताया गया कि महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए शासन की कल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत बैंकों द्वारा ऋण प्रदाय किया जा रहा है। इसके लिए जिले की महिला एवं बाल विकास विभाग की 6 परियोजनाओं एवं वन स्टाप सेंटर में ऋण के लिए महिलाओं के 304 आवेदन प्राप्त हुये हैं। इन आवेदनों को बैंकों में भेजा गया है। इनमें से 240 प्रकरणों में ऋण स्वीकृति की प्रक्रिया जारी है।

कार्यक्रम की प्रस्तावना अर्चना पचौरी ने प्रस्तुत की और आभार प्रदर्शन सीडीपीओ पुष्पा मदकोरिया ने किया।