प्रदेश में वन माफियाओं के विरुद्ध चल रही कार्यवाही के तहत वन विभाग के एसटीएफ (वन्य-प्राणी) को अंतर्राष्ट्रीय वन्य जीव तस्कर मनीवन्नम मुरुगेशन को प्रत्यर्पण कोर्ट पटियाला हाउस नई दिल्ली द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।
वन मंत्री डॉ. शाह ने ने इस संबंध में बताया कि थाईलैण्ड पुलिस ने वन्य जीव तस्कर के प्रत्यर्पण का प्रस्ताव विदेश मंत्रालय भारत सरकार को जनवरी-2021 में भेजा था। विदेश मंत्रालय, सीबीआई, इंटरपोल और मध्यप्रदेश के वन विभाग की एसटीएफ के अधिकारियों द्वारा कार्यवाही कर प्रत्यर्पण कोर्ट नई दिल्ली के समक्ष शासन का पक्ष रखा गया, जिस पर अंतर्राष्ट्रीय तस्कर मनीवल्लन के विरुद्ध गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया। वन मंत्री ने बताया कि संभवत: यह पहला मामला होगा, जिसमें एन्वायरमेंट क्राइम के अंतर्गत किसी आरोपी पर प्रत्यर्पण कानून के अंतर्गत कार्यवाही की जायेगी।
एसटीएफ ने चेन्नई में की थी गिरफ्तारी
प्रदेश के वन विभाग की एसटीएफ टीम ने मुरुगेशन को वन्य-प्राणी कछुओं की तस्करी के आरोप में 30 जनवरी, 2018 को चेन्नई से गिरफ्तार कर सागर के विशेष न्यायालय में पेश किया था। गिरफ्तारी के बाद से यह अभी तक सागर जिले में बंद है। इस अंतर्राष्ट्रीय तस्कर की जमानत याचिका को न्यायालय द्वारा कई बार खारिज किया जा चुका है।
इसके पहले मुरुगेशन को 27 अगस्त, 2012 को लगभग 900 दुर्लभ प्रजाति कछुओं के साथ बैंकाक एयरपोर्ट पर पकड़ा गया था।
वन मंत्री डॉ. शाह ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय तस्कर मनीवल्लन मुरुगेशन का सागर के प्रकरण में निपटारा होने के बाद इसे मध्यप्रदेश एसटीएफ (वन्य-प्राणी) द्वारा भारत सरकार के विदेश, गृह मंत्रालय एवं राज्य सरकार के निर्देश अनुसार विधि संगत प्रक्रिया का पालन कर इसे थाईलैण्ड पुलिस को प्रत्यर्पण पर सौंपने की कार्यवाही की जायेगी।