नरसिंहपुर: झांसीघाट नर्मदा में चल रहा था अवैध खनन, संयुक्त टीम को देख मशीनों को तोड़कर भागा माफिया

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नरसिंहपुर। प्रदेश समेत जिले में रेत के खनन पर 1 जुलाई से पूरी तरह प्रतिबंध लग चुका है लेकिन जिले का स्थानीय माफिया सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाने में लगा है। बुधवार को गोटेगांव-जबलपुर मार्ग स्थित झांसीघाट में जिला प्रशासन की विशेष टीम ने दबिश देकर नदी के अंदर अवैध खनन कर रेत चोरी करने के उपकरण नौका, जेसीबी व पोकलैंड मशीनें जब्त की हैं।
जानकारी के अनुसार बुधवार को गोटेगांव की एसडीएम निधि सिंह, तहसीलदार पंकज मिश्रा ने पुलिसबल के साथ झांसीघाट मंे दबिश दी। बताया जा रहा है कि इस टीम ने आम आदमी की तरह घंटों तक अवैध खननकर्ताओं का इंतजार किया। जैसे ही नर्मदा नदी में नौका मशीन से रेत चोरी करने का क्रम शुरू हुआ, टीम ने छापामारी कर दी। इससे खनन में लिप्त लोगों में भगदड़ मच गई। सरकारी दल-बल ने मौके से नौका मशीन तो जब्त की ही, साथ ही खोई में छिपाकर रखी गई पोकलैंड मशीन को भी जब्त किया है। कार्रवाई के दौरान जिला खनिज अधिकारी ओपी बघेल व एसडीओपी पुरुषोत्तम बघेल भी मौजूद रहे।
जिला खनिज अधिकारी ओपी बघेल ने बताया कि संयुक्त टीम द्वारा जब छापामारी करने घाट पर उतरा जा रहा था तो पुलिस को देखकर अवैध खननकर्ताओं ने मशीनों में तोड़फोड़ कर दी। पोकलेन मशीन का हैंडल तोड़ दिया गया, हिताची कंपनी की नौका मशीन, ड्रम पाइप समेत मशीनों के वायर तोड़कर सभी फरार हो गए। इन मशीनों को गोटेगांव थाने तक ले जाने के लिए संयुक्त टीम द्वारा मैकेनिक बुलाए गए, जो देर शाम तक इन्हें ठीक करने में जुटे रहे। श्री बघेल ने बताया कि मशीनों को चालू करने के बाद इन्हें थाने लगाया जाएगा। इसके बाद ये मशीनें किनके नाम पर पंजीकृत हैं, उनके विरुद्ध अवैध खनन समेत विभिन्न् धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध होगा।
माफिया कर रहा अवैध खनन, ठीकरा किसी और पर 
जिले में नर्मदा समेत विभिन्न् नदियों के घाटों पर स्थानीय माफिया चोरी-छिपे अवैध खनन कर रहे हैं। इन जगहों पर कई दफे दबिश और रेत जब्ती की कार्रवाई भी हो चुकी है। बीते तीन-चार दिन पहले ही जिला प्रशासन ने नर्मदा के शगुन व कुड़ी में दबिश देकर माफिया का एक डंपर जब्त किया था। 7 जुलाई को झांसीघाट में पुन: माफिया के अवैध खनन की पुष्टि हो गई। बावजूद इसके माफिया से जुड़े कतिपय लोग जिले में रेत खनन के लिए जिला प्रशासन ही ठीकरा फोड़ने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसे लेकर विभिन्न् विभागों में शिकवा-शिकायतों का दौर जारी है। माफिया के लोग इस तथ्य तक को अनदेखा कर रहे हैं कि जिन जगहों पर अवैध खनन पकड़ा जा रहा है वे खनिज विभाग की आबंटित खदानों में शामिल नहीं हैं। कहने का आशय ये कि इन खदानों को या तो डूब क्षेत्र या प्रतिबंधित घाट माना गया है। विदित हो कि जिले में 36 खदानों को ही रेत खनन के लिए वैध मानकर नीलाम किया गया है। यहां भी 1 जुलाई से खनन पूरी तरह से प्रतिबंधित है।
इनका ये है कहना
जिले में 1 जुलाई से रेत का खनन पूरी तरह से प्रतिबंधित है। बावजूद इसके हमें ये शिकायतें मिल रहीं हैं कि अचिंहित व प्रतिबंधित नदी घाटों पर अवैध खनन किया जा रहा है। इसी के चलते जिला प्रशासन ने पुलिस बल के साथ संयुक्त टीम का गठन कर झांसीघाट में दबिश दी थी। यहां से कुछ मशीनें जब्त की गईं हैं। इन्हें चलाने वाले फरार हो गए हैं। इन्होंने मशीनों को तोड़फोड़ दिया है, जिसे सुधरवाने मैकेनिक बुलवाए गए हैं। मशीन मालिकों की पहचान के बाद उन पर एफआईआर होगी।
ओपी बघेल, जिला खनिज अधिकारी, नरसिंहपुर। 
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