नरसिंहपुर। जिले के दोनों डिवीजनों नरसिंहपुर व गाडरवारा में पांच हजार बकायादारों को कुर्की का नोटिस भेजा गया है।
विद्युत वितरण कंपनी के अंतर्गत जिले में बिजली बिलों की वसूली अभी भी बेहद कम है। हालांकि शक्तिभवन से आए निर्देशों और अधीक्षक यंत्री संजय सोलंकी की पदस्थापना के बाद से जिले में डिफाल्टर बकायादारों के खिलाफ बिजली विभाग का अमला गांव-गांव दबिश देकर बकायादारों के विरुद्ध कुर्की आदि की कार्रवाई भी कर रहा है। नरसिंहपुर डिवीजन के कार्यपालन यंत्री यूएस पाराशर के अनुसार दो दिन पहले ही उनके क्षेत्रांगर्तत आने वाले करीब 3 हजार बिजली बिल बकायादारों को नोटिस भेजा गया है। इसमें उन्हें 7 दिन का समय देकर चेताया गया है कि यदि उनके द्वारा निर्धारित समयावधि में बिल जमा नहीं किया गया तो उनके घरेलू-कृषि उपकरणों आदि की कुर्की कर ली जाएगी। उनके बिजली कनेक्शन भी काटे जाएंगे, जिसके लिए वे स्वयं उत्तरदायी होंगे। इन तीन हजार नोटिस में वे उपभोक्ता शामिल हैं, जिनके ऊपर 4 हजार रुपये से अधिक का बिजली बिल बकाया है। इसके अलावा 10 हजार से अधिक के बिल बकायादारों को कुर्की के अलावा बैंक खाते सीज करने की चेतावनी भी दी गई है। इसी तरह गाडरवारा डिवीजन की बात करें तो यहां पर भी बड़ी तादाद में कुर्की के पूर्व नोटिस जारी किए गए हैं। गाडरवारा के कार्यपालन यंत्री सुभाष राय के अनुसार उनके क्षेत्रांतर्गत 2322 बड़े बकायादारों को नोटिस देकर बिल भरने कहा गया है। ऐसा न होने पर कुर्की की चेतावनी भी दी गई है। श्री राय के अनुसार इन नोटिसों के बाद 757 उपभोक्ताओं द्वारा बिल अदा कर दिया गया है। जो शेष रह गए हैं वे यदि समयावधि पर बिल अदा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई होगी।
बिजली उपभोक्ताओं में सबसे ज्यादा बकायादार ग्रामीण क्षेत्रों के हैं। अधीक्षण यंत्री संजय सोलंकी के अनुसार जिले में जो 90.15 करोड़ रुपये का पुराना बकाया वसूलना है, उसका करीब 80 फीसद हिस्सा ग्रामीणों का है। इसके बाद शेष बकायादारों में सरकारी विभाग व अन्य घरेलू-व्यावसायिक उपभोक्ता हैं। लाइन लॉस की बात करें तो बढ़ते राजस्व के घाटे के चलते इसका असर मेंटनेंस पर पड़ता है।
जिले का विद्युत विभाग सख्ती से बिजली बिल वसूली के साथ-साथ दबिश के दौरान गांव-शहर में उपभोक्ताओं को जागरूक करने का भी काम कर रहा है। अधिकारी-कर्मचारी बिल अदा न करने से होने वाले नुकसानों के बारे में भी उपभोक्ताओं को अवगत करा रहे हैं। यदि बिजली बिल जमा करने को लेकर उपभोक्ता जागरूक हो जाएं तो जिले की स्थिति सुधर सकती है। बकायादारों समेत अन्य उपभोक्ताओं को भी वितरण केंद्र पहुंचकर बिल जमा करने की जरूरत नहीं है, वे चाहें तो अपने मोबाइल से गूगल पे, पेटीएम, फोन पे जैसे एप डाउनलोड कर अपना बिल जमा कर सकते हैं। एमपी ऑनलाइन के जरिए भी कियोस्क सेंटरों पर निशुल्क बिजली बिल भरने की सुविधा कंपनी द्वारा दी गई है। सुविधा के लिए शहरी क्षेत्रों में एटीपी मशीन भी लगाई गई है।
संजय सोलंकी, अधीक्षक यंत्री, नरसिंहपुर।