जानकारी के अनुसार विभिन्न् शिकायतों और नगरपालिका द्वारा उपलब्ध कराई गई सूची की जांच-पड़ताल के बाद नरसिंहपुर एसडीएम राधेश्याम बघेल ने अपने अनुभाग के अंतर्गत करीब 500 अवैध कॉलोनियों को चिन्हित कर इसके कॉलोनाइजरों को नोटिस भेजे थे। इनसे तय समयावधि के भीतर स्वीकृत दस्तावेजों के साथ जवाब देने कहा गया था लेकिन इसी बीच कोरोना संक्रमण की दस्तक ने कार्रवाई को आगे बढ़ने नहीं दिया। हालांकि दो-तीन पूर्व मुशरान वार्ड अंतर्गत नं.बं. 36 प.ह.नं. 41 राजस्व निरीक्षक मंडल नरसिंहपुर स्थित खसरा नंबर 234/52 व 334/52 की भूमि का बिना नक्शा स्वीकृत कराए गलत तरीके से आवासीय भूखंडों के रूप में विक्रय करने का मामला सुर्खियों में रहा। प्रकरण में प्लाट खरीदने वालों ने कलेक्टर, एसपी, नगरपालिका सीएमओ आदि को लिखित शिकायत देकर कॉलोनाइजरों पर धोखाधड़ी, जालसाजी का मुकदमा कायम करने की मांग की थी। उन्होंने बताया था कि कॉलोनाइजरों ने उन्हें पक्की सड़क, नाली, सतत बिजली आपूर्ति का भरोसा देकर प्लाट बेचा था लेकिन अब वह वादे से मुकर गया है। इस मामले में सूत्रों के अनुसार कॉलोनी विकास के लिए तय क्षेत्रफल से कम भूमि पर बिना स्वीकृति, नक्शा पास कराए बल्ला कॉलोनी में आवासीय भूखंड बेचने और ग्रीनलैंड एरिया का डायवर्सन कराने के मामले में जल्द बड़ी कार्रवाई हो सकती है। इस संबंध में एसडीएम राधेश्याम बघेल ने बताया कि अवैध बल्ला कॉलोनी का मामला उनके संज्ञान में आया है। पटवारी को वे भूमि की नापजोख के साथ विभिन्न् जांच कराने आदेशित कर रहे हैं। इस रिपोर्ट के प्राप्त होने के बाद संबंधित कॉलोनाइजर के खिलाफ नोटिस जारी करने समेत अन्य कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।
16 एनएसपी 222- नरसिंहपुर। जिला मुख्यालय की अवैध बल्ला कॉलोनी, जहां के निवासियों को पक्की सड़क, नाली तक नसीब नहीं है।