बाँधवगढ़ टाईगर रिजर्व उमरिया से दो बाघ (एक नर-एक मादा ) शावक आज दोपहर में भोपाल के वन विहार राष्ट्रीय उद्यान के लिये रवाना किये गये। दोनों बाघ शावक दो साल तीन माह की उम्र के हैं और एक ही माँ की संतान है। माँ की मृत्यु हो जाने के कारण दोनों शावकों रेस्क्यू कर बाँधवगढ़ टाईगर रिजर्व में रख परवरिश की गई थी। दोनों ही बाघ नैसर्गिक रूप से शिकार करने में सक्षम नहीं है। परीक्षण के दौरान इन्हें प्राकृतिक परिवेश और रहवास में पुर्नस्थापित करने योग्य न पाये जाने के कारण वन विहार में रखने का निर्णय लिया गया है। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान के डॉक्टर अतुल गुप्ता के नेतृत्व में बाँधवगढ़ पहुँची टीम संभवत: दोनों शावकों को लेकर देर रात भोपाल आ जायेगी। बाघ शावकों के आने के बाद वन विहार में 12 बाघ हो जायेंगे।