घोटाले में गिरफ्तार बैंक मैनेजर 3 दिन की पुलिस रिमांड पर
करेली के बैंक ऑफ़ बड़ोदा का मामला
नरसिंहपुर। बैंक ऑफ बड़ौदा करेली शाखा में गोल्ड लोन एवं ग्राहक के खाते में गड़बड़ी करने, फर्जी तरीके से राशि का आहरण एवं अंतरण करने के संबंध्ा में विभिन्न् ध्ााराओं के तहत दर्ज अपराध्ा के आरोपी तत्कालीन बैंक मैनेजर अनवेश मिश्रा को करेली पुलिस ने गिरफ्तार कर जेएमएफसी की अदालत में पेश किया, जहां से पुलिस ने उसे 3 दिन की रिमांड पर लिया है। करेली पुलिस के अनुसार करीब 20 करोड़ रुपए या उससे अध्ािक की गड़बड़ियां हैं।
बैंक ऑफ बड़ौदा में करीब 4.89 करोड़ का घोटाला है। इस मामले में स्थानीय पुलिस के अलावा सीबीआई ने भी बैंक के सहायक महाप्रबंध्ाक रीजनल ऑफिस जबलपुर की शिकायत पर बैंक मैनेजर अनवेश मिश्रा, सर्राफा व्यवसायी हर्षित लूनावत, उसकी मां अर्चना लूनावत और अन्य के खिलाफ भादंवि की विभिन्न् ध्ााराओं के तहत अपराध्ा पंजीबद्ध किया है। करेली पुलिस ने तत्कालीन बैंक मैनेजर अनवेश मिश्रा, सहायक मैनेजर संदीप बाथ, गोल्ड लोन समीक्षक अर्चना लूनावत एवं हर्षित लूनावत के खिलाफ ध्ाोखाध्ाड़ी करने, जालसाजी करने, सांठगांठ करते हुए गड़बड़ी करने के आरोप में 420, 467, 468, 471, 477-ए, 34 के तहत अपराध्ा पंजीबद्ध किया है। उध्ार सीबीआई ने भी इस मामले में 2 जुलाई 2019 को ध्ाारा 120 बी, 409, 420, 468 एवं 471 तथा 13 (2) 13 (1) (डी) ऑफ पीसीएक्ट 1988 के तहत मामला दर्ज किया था। गड़बड़ी का यह खुलासा बैंक की समीक्षा रिपोर्ट में भी हुआ है, जिसमें फर्जी हस्ताक्षर के लगभग 15 मामले में 1 करोड़ से ज्यादा के लोन फर्जी फर्म व कोटेशन के आध्ाार पर 27 मामलों में 2 करोड़ से ज्यादा के लोन दिए गए हैं, इसकी जांच अभी जारी है। इस घोटाले में सर्राफा व्यवसायी हर्षित लूनावत की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है। करेली पुलिस के अनुसार करीब 20 करोड़ से ज्यादा की गड़बड़ियां पाई गई हैं, जांच अभी जारी है। ठोस प्रमाण उपलब्ध्ा होने के कारण तत्कालीन बैंक मैनेजर को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद करेली पुलिस ने तत्कालीन ब्रांच मैनेजर अनवेश मिश्रा पिता अखिलेश मिश्रा 32 वर्ष वेस्ट ब्लाक आध्ाारशिला अवध्ापुरी थाना अवध्ापुरी भोपाल को गिरफ्तार कर यहां नरसिंहपुर में जेएमएफसी अजय कुमार चौहान की अदालत में पेश किया, जहां से न्यायालय ने पुलिस को 3 दिन की रिमांड पर सौंपा है।