संक्रांति मेला में इस बार आसमानी झूला, मौत का कुआं आने की स्थिति अभी भी साफ नहीं हो सकी है हालांकि अधिकारी उम्मीद जता रहे है कि झूला लगने की स्थिति बन सकती है। इस बार नर्मदा के सीढ़ीघाट से रेतघाट मेला स्थल जाने के लिए पक्के पुल की सुविधा मिलेगी जिससे व्यापारियों को भी उम्मीद है कि कोरोनाकाल के बाद भी मेले में लोगों की आवाजाही अधिक रहेगी और उन्हें लॉकडाउन के दौरान जो नुकसान हुआ है उसकी पूर्ति मेला की ग्राहकी से हो सकेगी।
मेले में सीसीटीवी कैमरे लगेंगे
मेला स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए 50 सीसीटीवी कैमरा लगाएं जाएंगे। मेला स्थल पर स्वच्छता बनी रहे इसके लिए करीब 50 अस्थाई शौचालय बनाए जाएंगे साथ ही हर दिन मेला स्थल की सफाई के लिए कर्मचारियों का दल भ्ाी नियुक्त रहेगा। बरमान मेला समिति के सचिव रविंद्र बाबू गुप्ता के अनुसार मेला में हर वर्ष की तरह इस बार विभागीय योजनाओं की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। लोगों को कोरोनाकाल के मद्देनजर शासन की गाइड लाइन का पालन करने और मास्क लगाकर मेले में आने जागरूक किया जाएगा। मेला स्थल पर सभी व्यापारियों के लिए अलग-अलग लाइन निर्धारित की गई हैं। पूर्व वर्षो की तरह ही मेला का खाका खींचा गया है।
मेला में करीब 500 जवानों का बल लगेगा जिसके लिए डिमांड भेजी गई है। करीब 6 वॉच टावर लगाए जाएंगे और भीड़ की जैसी स्थिति रहेगी उसके अनुसार संख्या घटाई-बढ़ाई जा सकती है। तैराक दल भी नियुक्त होगा। मेले में सुरक्षा के इंतजाम बेहतर किए जाएंगे जिससे किसी को कोई परेशानी न हो।
अजय सिंह, पुलिस अधीक्षक नरसिंहपुरमेले में आसमानी झूला लगने की उम्मीद है लेकिन अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। मेलास्थल पर 50 अस्थाई शौचालय का निर्माण हो रहा है। प्रदर्शनी भ्ाी लगेगी, मंदिरों की रंगरोगन का कार्य सिंचाई विभाग द्वारा किया जा रहा है।
रविंद्र बाबू गुप्ता, सीईओ चांवरपाठा व सचिव बरमान मेला समिति