नरसिंहपुर: खारी विसर्जन के लिए सागर जिले से आए थे दर्जनभर लोग, पुलिस की सख्ती से बैरंग लौटे
नरसिंहपुर। जिले भर में नर्मदा तटों की सतत निगरानी की जा रही है कि कहीं घाटों पर स्नान करने वालों की भ्ाीड़ न हो साथ ही बाहर से खारी विसर्जन के लिए लोगों की आवाजाही न हो। जिले के प्रमुख बरमान-सतधारा घाट में जिले के विभिन्न् स्थानों के साथ ही सागर, दमोह, छिंदवाड़ा आदि जिलों से भी न केवल स्नान बल्कि खारी विसर्जन के लिए लोग पहुंचते है। जिससे यहां पुलिस द्वारा खासी निगरानी की जा रही है। गुरुवार को सुबह से दोपहर तक सागर जिले से करीब एक दर्जन खारी विसर्जन के लिए वाहनों से पहुंचीं लेकिन पुलिस ने घाट जाने वाले मार्ग पर ही खारी वाले वाहनों को रोककर वापिस करा दिया।
कोरोनाकाल के दौरान ही बरमान-सतधारा में पिछले साल लाकडाउन के दौरान सागर जिले की कुछ खारी विसर्जन होने के दौरान कुछ लोग संक्रमण की चपेट में आ गए थे। जिससे इस बार पुलिस प्रशासन खासा अलर्ट है कि कहीं कोई बरमान के सीढ़ीघाट, सतधारा क्षेत्र में खारी विसर्जन न कर जाए। बरमान पुलिस द्वारा घाट तक जाने वाले मुख्य मार्ग पर चौकी के सामने ही बेरीकेट्स लगाकर पुलिस बल तैनात किया गया है। जिससे खारी वाले वाहनों की घाट तक आवाजाही को रोका जा सके। साथ ही चौकी क्षेत्र में आने वाले सतधारा पुल के आसपास वाले हिस्से की निगरानी भ्ाी की जा रही है। चौकी प्रभारी अनिल भगत ने बताया कि सागर जिले से रोजाना खारी विसर्जन वाले वाहन बरमान आ रहे है जिन्हें प्रशासन के निर्देशों की जानकारी देकर वापस किया जा रहा है। गुरुवार को करीब एक दर्जन खारी यहां आईं थीं, सभी वाहनों को चौकी के सामने से ही लौटा दिया गया था। बरमान नगरीय क्षेत्र में भी सभ्ाी दुकानों को बंद कराने के साथ ही बेवजह घूमने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। घाट तक पहुंचने वाले सभी रास्तों को बंद करा दिया गया है। स्थानीय स्तर पर भी कोई स्नान के लिए न पहुंचे इसकी निगरानी की जा रही है।