बड़वानी। मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के पलसूद में सिख युवकों से पुलिस द्वारा मारपीट और बदसूलकी मामले में दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस के द्वारा युवक को घसीटने और झूमाझटकी का वीडियो सामने आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर, मंजिंदर सिंह सिरसा, सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कार्रवाई की मांग की थी। मामले में सीएम ने कहा कि सिखों के साथ ऐसी बर्बरता किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जानकारी अनुसार गुरुवार शाम पलसूद में सिकलीगर फलिये स्थित गुरुद्वारे के ग्रंथी प्रेम सिंह चावला साथी के साथ बाइक से जा रहे थे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोककर झूमाझटकी की। पुलिसकर्मी ने उनकी पगड़ी खोल दी और बाल पकड़कर घसीटा। इस दौरान युवक न्याय की गुहार लगाता रहा। ग्रंथी होने के साथ.साथ युवक ताला.चाबी बेचने का कार्य भी करता है।प्रेम सिंह ने एसआई कविता कनेश, एएसआई सीताराम भटनागर व प्रधान आरक्षक मोहन जमरे द्वारा रुपए मांगने के आरोप लगाए। रुपए नहीं देने पर झूमाझटकी की गई। वीडियो वायरल होने के बाद बड़वानी एसपी निमिष अग्रवाल ने एएसआई भटनागर व प्रधान आरक्षक जमरे को निलंबित कर दिया।
बड़वानी एसपी निमिष अग्रवाल के अनुसार पलसूद में हुए घटनाक्रम में निर्धारित प्रक्रिया अनुसार कार्यवाही नहीं करने पर सहायक उपनिरीक्षक सीताराम भटनागर और प्रधान आरक्षक मोहन जमरे को तत्काल निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच अनुविभागीय अधिकारी पुलिस राजपुर को सौंपी गई है। उन्होंने बताया कि गुरुवार शाम को पलसूद क्षेत्र में वाहन चेकिंग के दौरान बाइक पर दो सिकलीगर रोके गए थे। इनमें से एक का नाम प्रेम सिंह सिकलीगर पिता मगन सिंह निवासी वार्ड . 15 पलसूद था। थाना रिकार्ड अनुसार प्रेम सिंह पर सोने.चांदी के जेवर और नगदी चुराने का जबलपुर के पनागर, गोहलपुर और ग्वारीघाट थाने में केस दर्ज है। जब उससे वाहन के कागजात मांगे गए तो वह विवाद करने लगा। पुलिस को शंका हुई कि उसने शराब पी रखी है तो उसे मेडिकल के लिए थाने ले जाने की कोशिश। वहीं आरोप पर पीड़ित युवक का कहना है कि मेरे ऊपर किसी भी प्रकार का कोई केस दर्ज नहीं है।