भाई दूज आज: होगी चित्रगुप्त पूजन
आज सोमवार को भाई दूज का पर्व मनाया जा रहा है। इसे यम द्वितीया भी कहते हैं। इस दिन भाई अपनी बहनों के घर जाते हैं। बहनें अपने भाइयों के माथे पर चंदन, अक्षत अथवा रोली का तिलक लगाकर उनकी आरती उतारती हैं फिर दाहिने हाथ में कलावा बांधकर गंध, अक्षत और पुष्प से आशीर्वाद देते हुए उनके उत्तम स्वास्थ्य एवं कार्य-व्यापार में कामयाबी की कामना करती हैं। भाई को मिष्ठान्न आदि खिलाती हैं। उपहार स्वरूप भाई भी बहनों को वस्त्राभूषण देकर उन पर स्नेहवर्षा करते हैं।
भाई दूज के शुभ अवसर के साथ ही आज चित्रगुप्त भगवान की भी पूजा की जाती है, चित्रगुप्त हिंदुओं के प्रमुख देवता माने जाते हैं, पुराणों के मुताबिक, चित्रगुप्त अपने दरबार में मनुष्यों के पाप -पुण्य का लेखा-जोखा कर न्याय करते हैं। व्यापारी वर्ग के लोगों के लिए यह दिन नए साल की शुरुआत जैसा है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, इस दिन बहन अपने हाथ से भाई को भोजन कराए तो उसकी आयु बढ़ती है, साथ ही जीवन के कष्ट भी दूर होते हैं।
चित्रगुप्त जी का जन्म ब्रह्मा जी के चित्त से हुआ था। इनका कार्य प्राणियों के कर्मों का हिसाब किताब रखना है। मुख्य रूप से इनकी पूजा भाई दूज के दिन होती है। इनकी पूजा से लेखनी, वाणी और विद्या का वरदान मिलता है।
शुभ मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 43 मिनट बजे से शायं 04 बजकर 28 मिनट तक।