भोपाल। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि नगर की जनसंख्या के अनुरूप नगर में विद्युत/गैस शवदाह गृह बनाने की कार्यवाही तत्काल प्रारंभ करें। पाँच लाख और उससे अधिक जनसंख्या के शहरों में आवश्यकानुसार एक से अधिक शवदाह गृह बनाये जा सकते है। एक लाख से 5 लाख तक की आबादी के शहरों में कम से कम एक विद्युत/गैस शवदाह गृह बनाने का लक्ष्य रखा जाये। श्री सिंह ने कहा है कि किसी नगर में स्थापित विद्युत/गैस आधारित शवदाह गृह कार्यशील नहीं है, तो अतिशीघ्र उसे क्रियाशील करवायें। उल्लेखनीय है कि माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर द्वारा भी इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।
मंत्री श्री सिंह ने कहा है कि विद्युत/गैस शवदाह गृह पर्यावरण, स्वच्छाता तथा वायु प्रदूषण कम करने की दृष्टि से उपयोगी कदम है। इन शवदाह गृहों को स्थापित करने के लिए निकाय स्वयं की निधि, 15वें वित्त आयोग की वायु प्रदूषण/ स्वच्छता हेतु प्रावधानित राशि और विधायक/ सांसद निधि का उपयोग कर सकते हैं। इस कार्य के लिए कई सामाजिक संस्थाएँ भी सहायता के लिए तत्पर रहती है। इन संस्थाओं के माध्यम से भी विद्युत/गैस शवदाह गृह स्थापित करने के लिए जन सहयोग प्राप्त करने का प्रयास किया जाए।