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साईंखेड़ा: निरंजन गुर्जर पर पुलिस की मेहरबानी के खिलाफ बिजलीकर्मियों का धरना, गायब रहा करंट

  नरसिंहपुर। साईंखेड़ा विद्युत वितरण केंद्र में पदस्थ कनिष्ठ यंत्री (एई) राकेश सिंह व अन्य कर्मचारियों पर असामाजिक तत्वों द्वारा किए गए हमले का मामला बुधवार को जबरदस्त आक्रोश में तब्दील हो गया। हमले के दोषियों के बेफिक्र घूमने और साईंखेड़ा पुलिस द्वारा खासकर मुख्य आरोपी निरंजन गुर्जर पर मेहरबानी दिखाते हुए उसे गिरफ्तार न किए जाने के विरोध में बिजलीकर्मियों ने थाना परिसर में धरना -प्रदर्शन किया। इसमें जिलेभर के कर्मचारी भी शामिल रहे। इस धरने के चलते जिलेभर में बिजली सुधार के काम प्रभावित रहे। जबकि साईंखेड़ा ब्लाक की हालत ये रही कि यहां की बिजली लाइनों में सुबह से दोपहर बाद तक करंट गायब रहा। प्रदर्शनकारी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े रहे। खेतीबाड़ी के कामों में व्यवधान बना रहा।


पूर्व घोषित प्रदर्शन के मद्देनजर बुधवार को जिले के सभी विद्युत वितरण केंद्रों में कामकाज ठप रहा। अधिकारी-कर्मचारी साईंखेड़ा में धरना देने पहुंचे। साईंखेड़ा में सैकड़ों की संख्या में पहुंचे प्रदर्शनकारियों को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर बड़ी संख्या में यहां पुलिसबल तैनात किया गया था। यद्यपि किसी तरह की अशांति वाली स्थिति निर्मित नहीं हुई, तथापि माहौल में गहमागहमी बनी रही। इस दौरान बिजली विभाग के आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने पुलिस के साथ प्रदर्शनकारी कर्मियों को समझाने की कोशिश की कि मामले में जल्द कार्रवाई होगी लेकिन इसका कोई खास फायदा नहीं हुआ। जमकर नारेबाजी का दौर चलता रहा। कर्मचारी इस मांग पर अड़े रहे कि जब तक घटना का मुख्य और अन्य आरोपी नहीं पकड़े जाएंगे वह प्रदर्शन बंद नहीं करेंगे।


कलेक्टर ने मांगा 1 हफ्ते का वक्त
प्रदर्शनकारी बिजलीकर्मियों को मनाने की हरसंभव कोशिशें असफल होता देख आखिरकार कलेक्टर वेदप्रकाश को मामले में दखल देना पड़ा। उन्होंने कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि 1 हफ्ते के भीतर दोषियों पर कार्रवाई हो जाएगी। इस वादे पर सभी कर्मचारियों ने धरना समाप्त कर दिया। हालांकि उन्होंने ये चेतावनी भी दी है कि यदि तय अवधि में कार्रवाई नहीं हुई तो वे जिलेभर में इससे भी उग्र प्रदर्शन को बाध्य होंगे।
ये है घटनाक्रम
सांईखेड़ा विद्युत वितरण केंद्र के कनिष्ट यंत्री और अन्य कर्मचारियों के साथ बीती 28 नवंबर की रात चार लोगों ने मारपीट की थी। जिसमें से अब तक सिर्फ दो सह आरोपियों को ही गिरफ्तार किया गया जबकि मुख्य आरोपी निरंजन गुर्जर व एक अन्य की गिरफ्तारी में पुलिस ने रुचि नहीं दिखाई। इससे नाराज कर्मचारियों ने बीते मंगलवार कलेक्टर को एक ज्ञापन दिया था। जिसमें सांईखेड़ा थाना में धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी। मप्र यूनाइटेड फोरम फॉर पावर इंप्लाइज एवं इंजीनियर्स ने ऊर्जा मंत्री के नाम एक ज्ञापन भी नायब तहसीलदार रिचा कौरव को दिया था। जिसमें अधिकारी-कर्मचारियों ने कहा था कि राजस्व वसूली के दौरान अधिकारी-कर्मचारियों के साथ मारपीट की घटनाएं बढ़ रही है। जिससे कर्मचारियों में भय है और उन्होंने वसूली का कार्य बंद कर दिया है। शासन एवं प्रबंधन वसूली करने दबाब बना रहा है, कम वसूली होने पर नोटिस दिए जा रहे हैं। सांईखेड़ा के कनिष्ट यंत्री के साथ मारपीट करने वाले आरोपी फरार हैं। पुलिस मुख्य आरोपित निरंजन गुर्जर को गिरफ्तार नहीं कर रही है।