बैतूल। मकान निर्माण में हुए विवाद के मामले में एक एनजीओ की दो महिला और एक पुरूष को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इस मामले में मिली जानकारी के अनुसार बैतूल जिले के मानव अधिकार और सामाजिक न्याय के नाम से संचालित एक एनजीओ की दो महिलाओं और पुरूष ने गंज इलाके के निवासी राजेश यादव मकान निर्माण में हुए पड़ोसियों से विवाद पर पुलिस में शिकायत की धमकी दी। बाद में शिकायत न करने के बदले 50 हजार रूपये की मांग की गई थी। राजेश ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक सीमाला प्रसाद से की। पुलिस ने पड़ताल करने के बाद योजना बनाकर शनिवार रात शीतल, प्रिया और पृथ्वी को 10 हजार रुपये की राशि के साथ धर दबोचा। पुलिस इनसे पूछताछ करने में जुटी हुई है, ताकि अन्य मामलों का भी पता चल सके।
पीड़ित राजेश ने बताया कि उसके माता- पिता को पड़ोस में रहने वाली महिला ने गालियां दी। तैश में आकर राजेश ने भी गालियां दी, इसके बाद इस महिला ने पुलिस में शिकायत करने के बहाने युवक को डराया और 50 हजार रुपये देने के लिए ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। महिला के साथ तथाकथित एनजीओ की 2 महिला और एक पुरुष भी इस कृत्य में शामिल हो गए। जानकारी के मुताबिक 50 हजार की डिमांड पूरी करना युवक के बस में नहीं था। इस कारण उसने एसपी को शिकायत कर पूरे मामले से अवगत करा दिया। एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए टीम बना कर महिलाओं को रंगे हाथों दबोचने के रणनीति बनाई।
एसपी के निर्दश पर बैतूल एसडीओपी नीतेश पटेल, गंज टीआई जयंत मर्सकोले, साईंखेड़ा टीआई रतनाकर हिंगवे ने प्री प्लान के मुताबिक सिटी बैंक वाली गली में पीड़ित राजेश को 10000 रुपये लेकर भेजा गया। इसके बाद महिलाओं के साथ जुड़े पृथ्वी ने जैसे ही 10000 रुपये की राशि राजेश से ली, पुलिस ने इनको रंगे हाथों दबोच लिया।