नरसिंहपुर। भरे बुढ़ापे में इकलौते जवान बेटे को गँवा चुकी बेसहारा बुजुर्ग दंपत्ति को जान पहचान के लोग लूटने, जमा पूँजी को हड़पने पर उतारू हो चुके हैं। मामला जिला मुख्यालय के करीबी कस्बे सिंहपुर का है। यहाँ रहने वाली 62 साल की कृष्णा बाई पति मल्लू ठाकुर ने अपने परिचित धनसिंह को पिता
प्रीतम सिंह झारिया के कथित इलाज के नाम पर दो किश्तों में ढाई लाख रुपए उधार दिए थे। इस सम्बन्ध में पंचायत ने बाकायदा नोटरी के माध्यम से रकम अदायगी के लिए स्टाम्प पर लेन देन का सत्यापन भी कराया गया था। बावजूद इसके बुजुर्ग को डेढ़ साल बाद भी उधार लेने वाले धन सिंह ने रकम वापस नहीं की। अब बुजुर्ग महिला बीमार पति को घर में छोड़कर पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगा रही है। पुलिस द्वारा कार्रवाई होता न देख पीड़ित बुजुर्ग ने सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत दर्ज कराई है। बुजुर्ग ने बताया कि गरगटा तिंदनी निवासी धनसिंह से उसकी वर्षों पुरानी पहचान है। करीब डेढ़ साल पहले धनसिंह ने उससे अपने पिता की गंभीर हालत का हवाला देकर पहले डेढ़ लाख फिर एक लाख रुपए ये कहकर लिए थे कि वह ये रकम एक माह में लौटा देगा। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। बुजुर्ग महिला लगातार धनसिंह के चक्कर काटती रही। इसके बाद आरोपी धनसिंह ने पंचायत के समक्ष नोटरी पत्र पर राजीनामा करते हुए ढाई लाख रुपए अदा करने 30 अगस्त 2018 तक कि मोहलत मांगी। समय पर अदायगी न होने पर इसके एवज में धनसिंह ने अपने बचत खाता क्रमांक 320100101002987 का चेक क्रमांक 343463 बुजुर्ग महिला को थमा दिया। इसी तरह का एक और इकरारनामा धनसिंह के पिता तुलसीराम ने 22 अक्टूबर 2018 को पुनः बुजुर्ग महिला से किया। लेकिन तय अवधि में न तो उधार लेने वालों ने रकम अदा की न ही बैंक में तय राशि जमा कराई। परिणाम न निकलता देख आख़िरकार महिला ने 17 /10 / 2019 को सिंहपुर पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई। परिणामस्वरूप बुजुर्ग दम्पति आज तक अपनी गाढ़ी कमाई को पाने के लिए पुलिस विभाग के चक्कर काट रही है। महिला की मदद करने और दोषियों पर कार्रवाई करने के बजाय स्टेशन थाने के पुलिसकर्मी उल्टा बुजुर्ग को हर बार यह कहकर चलता कर देते हैं कि- क्या तुमने हमसे पूछकर पैसा दिया था। बहरहाल 16 फरवरी को पुनः बुजुर्ग महिला एसपी ऑफिस अपनी फरियाद लेकर पहुंची लेकिन साहब नहीं मिले। गौरतलब है कि बुजुर्ग माँ के इकलौते जवान बेटे कि कुछ समय पहले ही मौत हो चुकी है।