कवि भागवत प्रसाद सेन ने चौपाई एवं टीवी के विषय पर हास्य रचना प्रस्तुत की गई। नवीन कलमकार आकृति नेमा द्वारा मेहनत जब अपने पर फैलाती है, कामयाबी के पंखों में उड़ान आती है। करेली के युवा कवि ऋषभ कौरव ने मैं अपने मातापिता का स्वाभिमान और गौरव हूं। आयुषी सोनी द्वारा बेटी हूं चुप रहना होता है। आकाश बैरागी द्वारा तुम बनना फूल काटों सहित गुलाब का। नवोदित रचनाकार तांजुल सराठे द्वारा पूछता मैं नहीं,यह किसान का सवाल है, रचना से किसानों की संवेदना व्यक्त की। वरिष्ठ भजन गायक लालजी यादव द्वारा सुंदर गीत प्रस्तुत किया गया। गोष्ठी संचालक विकास बैरागी गुरु द्वारा देशभक्ति के उजले उजले स्वर दिए साथ ही अपनी हास्य कविताओं से सभी को आनंदित किया। म.प्र. संस्था प्रभारी कवयित्री अनामिका चौकसे अनु द्वारा गीता में श्याम देश की प्रीत में गीत गाती रहूं जैसी रचना सुनाकर गोष्ठी को नवीन ऊंचाईयां प्रदान की। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में शिक्षिका दीपा सराठे, शिक्षिका सविता सराठे, सोनू सोनी, पुजारी रामेश्वर दास, रजक बाबू, सिद्धार्थ दीक्षित उपस्थित रहे।