प्रदेश में जनगणना कार्य एक मई से 14 जून तक होगा
मकान सूचीकरण ब्लॉक बनाने और मकानों को नम्बर देने संबंधी निर्देश जारी
प्रदेश में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अद्यतन करने का कार्य एक मई से 14 जून, 2020 तक होगा। जनगणना-2021 के कार्य को मद्देनजर रखते हुए जनगणना कार्य निदेशालय ने राज्य शासन से एक जनवरी, 2020 से 31 मार्च, 2021 तक प्रशासनिक इकाइयों की सीमा में कोई परिवर्तन न करने का अनुरोध किया है।
ग्रामीण और नगरीय दोनों क्षेत्रों के लिये मकान सूचीकरण ब्लॉक का आदर्श आकार 650-800 की जनसंख्या या 150-180 जनगणना मकान, इनमें से जो भी अधिक हो, निश्चित किया गया है। जनगणना-2021 के कार्य जनगणना-2011 के द्वितीय चरण के गणना ब्लॉकों को मूल रूप से उपयोग में लाते हुए किये जायेंगे। जनगणना कार्य निदेशालय द्वारा मकान सूचीकरण कार्य के दौरान मकान सूचीकरण ब्लॉक बनाने और मकानों को नम्बर देने के लिये विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं।
निर्देशों में कहा गया है कि जनगणना-2021 के मकान सूचीकरण ब्लॉक तैयार करते समय जनगणना-2011 के गणना ब्लॉक की सीमाओं को ज्यों का त्यों रखा जाये। प्रत्येक गाँव चाहें वह जनसंख्या की दृष्टि से छोटा हो अथवा गैर-आबाद हो, फिर भी उसमें कम से कम एक मकान सूचीकरण ब्लॉक होगा। प्रत्येक ब्लॉक की सीमाएँ स्पष्ट रूप से निर्धारित की जायें और उनकी पहचान की जाये। मकान सूचीकरण ब्लॉक गाँव अथवा ग्राम पंचायत तहसील की सीमाओं को पार न करे। ग्रामीण और नगरीय दोनों क्षेत्रों में जहाँ तक हो सके मतदाता-सूची भाग (पोलिंग बूथ की सीमा) को अक्षुण्ण बनाये रखें। जनगणना-2021 के दौरान जनगणना-2011 के सेम्पल रजिस्ट्रीकरण प्रणाली ब्लॉकों की पहचान बनी रहे। सभी सांवधिक नगरों में, चाहें उनकी जनसंख्या का आकार कुछ भी क्यों न हो, स्लम ब्लॉक का निर्धारण किया जाये।
छोटे आकार के किन्तु साथ-साथ लगने वाले गाँव के मामले में एक प्रगणक को एक से अधिक मकान सूचीकरण ब्लॉकों का कार्य दिया जायेगा। साथ-साथ लगने वाले कम से कम 6 मकान सूचीकरण ब्लॉक से मिलकर एक पर्यवेक्षीय सर्किल बनेगा। चार्ज अधिकारी प्रत्येक मकान सूचीकरण ब्लॉक की सीमाओं को चार्ज रजिस्टर में स्पष्ट रूप से लिखेंगे। जनगणना-2011 के गणना ब्लॉक एवं जनगणना-2021 के मकान सूचीकरण ब्लॉकों के बीच संबंध दिखाते हुए चार्ज अधिकारी एक सामंजस्य विवरण तैयार करेंगे।